कभी दिमाग में सवाल आया ‘मक्खी बैठे बैठे अपने हाथ क्यों मलती है?’ जाने वजह
मक्खी लगभग हर जगह दिख जाती है। ये जगह जगह घूमती रहती है। कभी इस जगह बैठती है तो कभी उस जगह। मक्खी को लेकर हमारे दिमाग में यही इमेज बनी हुई है कि ये बहुत गंदी होती है। लेकिन आपको जान हैरानी होगी कि मक्खियां बहुत ही साफ सफाई वाला जीव होता है।
आप में से कइयों नोटिस किया होगा कि मक्खी जब खाली बैठती है तो अपने दोनों हाथ मलती रहती है। उसे देख ऐसा लगता है जैसे कोई खूंखार विलन किसी शैतानी कारस्तानी की प्लानिंग कर रहा है। हालांकि सच्चाई कुछ और ही होती है। वैसे मक्खी को ऐसा करते देख आपके मन में भी ये ख्याल जरूर आया होगा कि आखिर ये मक्खियां अपने हाथ क्यों मलती रहती है? आज हम इस राज से पर्दा उठाने जा रहे हैं।
मक्खियों के 6 पैर होते हैं। मक्खियां अपने पिछले दो पैरों को आपस में रगड़ती है। ऐसा वो अपनी साफ सफाई करने के उद्देश्य से करती है। असल में वह अपने Smell Receptors को साफ़ कर रही होती है। Smell Receptors मक्खियों के शरीर का अहम भाग होता है। इसके माध्यम से ही वह उड़ती हैं, खाना ढूंढती हैं, मेट्स ढूंढती हैं। एक तरह से कहा जा सकता है कि मक्खियों का आदे से ज्यादा काम इन Smell Receptors पर ही निर्भर रहता है। इसलिए वह इनकी साफ सफाई का विशेष ख्याल रखती है।
मक्खी सिर्फ अपने दोनों पैरों को ही आपस में नहीं रगड़ती है, बल्कि ये सिर और पंख पर भी अपने पैर फ़ैरती है। एक तरह से ये अपनी साफ सफाई के लिए बहुत मेहनत का काम करती है। मक्खी की यह खूबी देख यूनिवर्सिटी ऑफ एरिज़ोना (University of Arizona) के ऑफिस ने तो ये भी बोल दिया है कि मक्खी के मॉडल के माध्यम से लोगों को साफ सफाई (Hygiene) सिखाना चाहिए।
मक्खी पर हुई कुछ स्टीडीज़ में ये भी गया है कि कुछ मक्खी की प्रजातियां दिन के एक खास समय ही अपनी साफ सफाई करती है। फ़्रूट फ़्लाइज़ (Fruit Flies) के ऊपर जर्मन शोधाकर्ताओं द्वारा यह रिसर्च 2007 में किया गया था। इसमें उन्होंने पाया कि मक्खियां ज्यादातर सुबह और शाम के समय खुद को अधिक साफ करती हैं।
मक्खी के बारे में एक और दिलचस्प बात है। आपको सभी मक्खियां दिखने में एक जैसी ही लगती होगी। लेकिन ऐसा नहीं है। इनमें भी कई प्रजातियां होती है। यदि आप इन्हें ध्यान से देखें तो इनमें आपको काफी अंतर दिखाई दे जाएगा।
वैसे मक्खियों से जुड़ी ये जानकारी आपको कैसी लगी हमे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।