खाना खाते ही तुरंत शौच जाने की है परेशानी तो कर ले ये घरेलु उपाय, फिर नहीं जाना पड़ेगा शौच
आज इंसान को बिजी लाइफ और तनाव भरी जिंदगी ने घेरा हुआ है. इस तनाव के कारण इंसान को कई तरह की बिमारियों ने भी घेरा हुआ है. इनमे से सबसे आम समस्या है कब्ज की. सही से पाचन न हों पाने की. आज अमूमन यह समस्या हर इंसान को है. इसमें हम ऐसा नहीं कह सकते कि यह हर दूसरे या किसी किसी को है. दुनिया में हर कोई किसी न किसी तरह की पेट की समस्या से गुजर ही रहा है.
कई लोगों को इस तरह की समस्या रहती है कि वह खाना खाते तो है लेकिन उन्हें उसके तुरंत बाद ही शौच के लिए जाना पड़ता है. ऐसे में आप किसी पार्टी अथवा शादी में जाकर किसी व्यंजन का मज़ा भी नहीं ले सकते है. आप किसी भी तरह का खाना खाने से घबराते होंगे. क्योंकि आपको कुछ भी खाने के तुरंत बाद शौच के लिए जाना पड़ेगा.
ये बीमारी उन लोगों के लिए बहुत ही भयंकर है जो इससे गुजर रहे है. क्योंकि इसकी वजह से न वो कुछ अच्छा खा पाते है और नहीं कहीं जा पाते है. उन लोगों के लिए यह किसी अभिशाप से कम नहीं है. खाना खाने के तुरंत बाद पॉटी लगने की इस समस्या को गैस्ट्रो-कॉलिक रिफलक्स कहा जाता हैं. शोध के मुताबिक ये समस्या अक्सर उन लोगों में देखने को मिलती है, जो शुरुआत में लंबे समय तक शौच को रोककर रखते हैं.
इस तरह आप कर सकते है इसका घरेलू उपाय
सबसे पहले मीठे आमों का रस 50 ग्राम ले ले, मीठा दही 10-20 ग्राम तथा अदरक का रस 1 चम्मच भर हर रोज़ दिन में 2 बार कुछ दिनों तक मरीज़ को पिलाते रहने से अच्छे परिणमा आते है. वहीं बच्चों के लिए इमली की छाल का चूर्ण 1 से 6 ग्राम तक लेले इसमें आप 20 ग्राम ताज़ा दही मिलाकर दिन में 2 बार सुबह और शाम चटाने से समस्या से निजात मिलती है.
इनके अलावा आप 4 ग्राम ईसबगोल को 40 ग्राम गरम जल में भिगो कर रख दे. उसके ठंडा हो जाने पर उसमें 10 ग्राम नारंगी या अनार का शर्बत मिलाकर पीने से कुछ ही दिनों में यह परेशानी खत्म हो जाती है. इसके अलावा आप पिप्पली, भांग तथा सोंठ को सामान मात्रा में मिलाकर शहद के साथ लेने से भयंकर संग्रहणी भी ठीक हो जाती है. आप बेल के कच्चे फल को आग में सेंक कर उसके गूदे को शक्कर मिलाकर खा सकते है इससे भी जल्द ही आराम मिलता है.3 ग्राम शहद में भांग 2 ग्राम भूनकर मिलाकर चाटने से भी फर्क पड़ जाता है. तीन ग्राम आम के फूल का चूर्ण बनाकर लेने से भी लाभ होता है.
इन सब के साथ ध्यान रखे कि खाना अच्छी तरह चबा-चबाकर खाएं. ज्यातादर फाइबर वाले आहारों का सेवन करे. एक दिन में 3-4 बार में थोड़ा-थोड़ा भोजन करते रहे. आप अपने खाने में सेम, दालें, दही, नाशपाती, सेब, मटर, ब्रोकोली, साबुत अनाज, अमरूद, अजमोद, कच्चे सलाद, अदरक, अनानास आदि को सम्मिलित करें. केले, आम, पालक, टमाटर, नट्स, भी खाते रहे.