चोरी नहीं हुई थी अंबानी के घर के बाहर खड़ी स्कॉर्पियो कार, सचिन वाजे ने नष्ट की थी CCTV फुटेज
मुकेश अंबानी के घर के पास से बरामद हुई विस्फोटकों से भरी स्कॉर्पियो गाड़ी मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। NIA ने इस मामले की जांच करते हुए पाया है कि स्कॉर्पियो के चोरी होने को लेकर किया जा रहा दावा झूठा था। सूत्रों के अनुसार एंटीलिया के बहार से मिली स्कॉर्पियो गाड़ी कभी चोरी ही नहीं हुई थी। NIA को शक है कि कार के मालिक विक्रोली ने गाड़ी चोरी होने की शिकायत किसी के दवाब में की थी। वहीं जब तक NIA विक्रोली से इस मामले में पूछताछ करती उससे पहले उन्हें मार दिया गया।
इस पूरे मामले में मुंबई पुलिस के अधिकारी और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट सचिन वाजे की भूमिका ओर संदिग्ध हो रही है। इन्हें गिरफ्तार किया गया है और इनसे पूछताछ की जा रही है। NIA को जांच में ये भी पता चला है कि वाजे ने ही सोसायटी से DVR का बहाना बनाकर एंटीलिया के CCTV फुटेज गैरकानूनी तरीके से हासिल किया था। वाजे ने सोसाइटी से ये कहकर DVR लिया था कि ये पुलिस के ऑफिशियल इस्तेमाल के लिए है। फुटेज मिलने के बाद इन्होंने इसे डैमेज कर दिया। ताकि किसी के हाथ कोई सबूत न लग सके।
NIA के हाथ वाजे का एक लेटर लगा है जो उसने सोसायटी से फुटेज हासिल करने के लिए लिखा था। इसमें लिखा है कि फुटेज एंटीलिया केस की जांच के लिए मांगी जा रही है, इस पर वाजे के हस्ताक्षर भी हैं। वाजे पर NIA का आरोप है कि इन्होंने सभी DVR को नुकसान पहुंचा है। इतना ही नहीं वाजे खुद एक नंबर प्लेट वाले की दुकान पर गए थे। जहां से उन्होंने स्कॉर्पियो और इनोवा के लिए फर्जी नंबर प्लेट बनवाई थीं। स्कॉर्पियो पर एक स्कूटर के नंबर की नंबर प्लेट इस्तेमाल की गई थी।
इस समय सचिन वाजे 25 मार्च तक एनआईए की कस्टडी में हैं। वहीं दूसरी ओर इनके वकील ने जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सचिन वाजे के वकील ने आरोप लगाया है कि कोर्ट में पेश करने से पहले उन्हें 12 घंटे तक अवैध रूप से कस्टडी में रखा गया था। सचिन को रविवार को कस्टडी में लिया गया था जबकि सोमवार को कोर्ट के सामने पेश किया गया
गौरतलब है कि कुछ समय पहले मुकेश अंबानी के घर के बाहर एक स्कॉर्पियो गाड़ी मिली थी। जो कि विस्फोटकों से भरी हुई थी। इस मामले में जब कार के मालिक विक्रोली से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि उनकी कार चोरी हो गई थी। वहीं कुछ दिनों बाद विक्रोली की मौत हो गई थी। जिसे आत्महत्या दिखाने की कोशिश की गई। वहीं जब इस मामले की जांच NIA को सौंपी गई है। NIA को सचिन वाजे की भूमिका पर शक है। जिसके कारण इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। सचिन वाजे से पूछताछ करके NIA ये पता लगाना चाहित है कि इस साजिश के पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं।