पीपल की पूजा के लिए बने है ये बेहद ही ख़ास मंत्र, इनके उच्चारण से प्रसन्न होंगे सभी गृह के देवता
पीपल का पेड़ अमूमन हमारे आस-पास कई जगहों पर मिल जाता हैं. पीपल के पेड़ का हिन्दू धर्म में खास महत्त्व होता है. श्रीमद्भागवत में भी भगवान श्री कृष्णा ने पीपल को स्वयं का ही एक स्वरूप बताया है. इसी वजह से पीपल का महत्त्व ओर भी बढ़ जाता हैं. माना जाता हैं कि पीपल की पूजा से सभी तरह के दोष मुक्त हो जाते है. पुराणों के मुताबिक पीपल पूजन से सौभाग्य, वैभव, धन, आयु, संतान सुख भी प्राप्त होता है.
इसके साथ ही पीपल की पूजा करने से सुख, ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है. कई ज्योतिषों का मानना है कि पीपल की पूजा करने से व्यक्ति के सभी तरह के गृह दोष मुक्त होते है. आज हम आपको सभी गृह दोष से मुक्ति पाने के लिए पीपल के पेड़ की पूजा विधि और मंत्र बताने जा रहे हैं.
सबसे पहले आप सुबह उठ जाए उसके बाद स्नान आदि करने के बाद साफ वस्त्र धारण कर लें. इसके बाद पीपल के पेड़ की जड़ में गाय का दूध, तिल और चंदन मिला हुआ पवित्र जल प्रदान करें. जल डालने के बाद जनेऊ फूल व प्रसाद अर्पित करें. इसके बाद आप धूप-बत्ती व दीप को जलाएं. इसके बाद आसान पर बैठकर या खड़े होकर इस मंत्र को बोलें.
मूलतो ब्रह्मरूपाय मध्यतो विष्णुरूपिणे। अग्रत: शिवरूपाय वृक्षराजाय ते नम:।।
आयु: प्रजां धनं धान्यं सौभाग्यं सर्वसम्पदम्। देहि देव महावृक्ष त्वामहं शरणं गत:।। इस मंत्र का जाप करने के बाद आरती करें व प्रसाद को ग्रहण करें. पीपल की जड़ में अर्पित किया हुआ जल थोड़ा सा अपने घर लाकर भी छिड़कें. इस तरह पीपल की पूजा करने पर घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है.
ज्योतिष के मुताबिक पीपल का पेड़ लगाने वाला और उसकी देखभाल करने वाले व्यक्ति की कुंडली में सभी तरह के ग्रह दोष मुक्त हो जाते हैं. जिस तरह यह पेड़ बड़ा होगा आपके घर की दुःख तकलीफ भी दूर होते जायेगी. साथ ही सुख-समृद्धि बढ़ती जाएगी. इसके साथ ही अगर कोई व्यक्ति किसी पीपल के पेड़ के नीचे शिवलिंग स्थापित करता है और नियमित रूप से उस शिवलिंग का पूजन करता है तो उसके जीवन की परेशानियां खत्म होने लगती हैं.
इस उपाय को अपनाने से बुरा समय धीरे-धीरे खत्म हो जाता है. इसके अलावा शनि दोष, शनि की साढ़ेसाती और ढय्या के बुरे प्रभावों को नष्ट करने और कम करने के लिए आपको हर शनिवार पीपल पर जल चढ़ाकर सात परिक्रमा करने से लाभ मिलेगा. शाम होते ही रोज़ाना पीपल के पेड़ के नीचे दीपक अवश्य लगावें. इन सब उपायों के साथ अगर आप पीपल के पेड़ के नीचे बैंठकर रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे तो इसके आपको बहुत ही अधिक लाभ प्राप्त होंगे.
इसके बाद पीपल पेड़ के नीचे बैठकर लें इस मनोकामना पूर्ति मंत्र का जप 3 माला करें. मंत्र- ।। ऊँ हृी वट स्वाहा ।। इसके साथ ही आपको बता दें कि पीपल के पेड़ का वैज्ञानिक महत्त्व भी है. पीपल दुनिया का एक मात्र ऐसा पेड़ हैं जो 24 घंटे ऑक्सीजन रिलीज़ करता है.