मोबाइल इस्तेमाल करने पर मां ने लगा दी बेटी को डांट, नाराज होकर नाबालिग ने उठा दिया ये कदम
एक मां ने अपनी बेटी को फोन इस्तेमाल करने से मना किया, जिससे बेटी नाराज हो गई और उसने अपनी जिंदगी खत्म कर दी। ये मामला उत्तर प्रदेश के इटावा का है। बताया जा रहा है कि 15 वर्षीय की लड़की को उसकी मां ने मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करने दिया। जिससे की लड़की को गुस्सा आ गया और उसने फांसी लगा ली। पुलिस को इस बात की जानकारी दी गई जिसके बाद पुलिस ने घर में आकर लड़की के शव को अपने कब्जे में ले लिया।
पुलिस के अनुसार फांसी लगाने वाली लड़की का नाम सलोनी सिंह है। सलोनी सिंह ने अपने घर में फांसी लगाई है। फांसी लगाने से पहले सलोनी सिंह की अपनी मां से लड़ाई हुई थी। जिसके बाद उसने अपने कमरे में जाकर फांसी लगा ली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस उपाधीक्षक राजीव प्रताप सिंह ने बताया कि मोबाइल न चलाकर पढ़ाई करने की बात किशोरी की मां ने उससे कही थी। इस बात से वो नाराज हो गई।
इसके बाद सलोनी सिंह अपने कमरे मे चले गई। काफी देर तक वो बाहर नहीं आई। परिजनों ने कमरा खोलने की काफी कोशिश की लेकिन कमरा नहीं खुला। जिसके बाद पुलिस को इस बात की जानकारी दी गई। पुलिस के आने के बाद दरवाजा तोड़कर छात्रा को फंदे से नीचे उतारा गया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कोतवाली इलाके के सती मोहल्ला निवासी शिवनाथ सिंह पक्का तालाब स्थित विरांगना अवंति जूनियर स्कूल में प्रधानाध्यापक हैं। इनकी छोटी बेटी सलोनी इंटर की छात्रा थी।
शिवनाथ ने बताया कि बुधवार सुबह वो और बड़ी बेटी चित्रा स्कूल गए थे। घर में पत्नी मीरा व छोटी बेटी थी। सलोनी सुबह से मोबाइल चला रही थी। जिसके कारण उसकी मां ने उसे मोबाइल इस्तेमाल न करने को कहा और डांट दिया। सलोनी की इंटर की परीक्षा पास में ही थी। इसलिए उसका मां ने उसे पढ़ने को कहा था। मां की बात से नाराज होकर सलोनी कमरे में गई और टीवी चला दिया। फिर दरवाजा बंद कर पंखे पर दुपट्टे से फांसी लगा ली।
सलोनी की मां ने जब खिड़की से अंदर झांक तो अपनी बेटी को फांसी पर लटका देखा। तुरंत पति वो पुलिस को इसकी जानकारी दी। जानकारी पर परिजन और पुलिस मौके पर पहुंच गई। हथौड़ी और ईट से दरवाजा तोड़ा गया। उसे फंदे से उतारकर जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।