Maha Shivratri: उपवास में चाय-कॉफी पीना कितना सही है? जाने इसके फायदें और नुकसान
भारत में कई लोगों के दिन की शुरुआत चाय कॉफी से ही होती है। इसके बिना वे अपनी सुबह की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। यहां हिन्दू धर्म में कई महिलाएं व्रत भी रखती है। इस व्रत में वे कई तरह की चीजें खान छोड़ देती हैं, लेकिन उनकी चाय और कॉफी बंद नहीं होती है। आप ने भी देखा होगा कि बहुत से लोगों को उपवास में चाय कॉफी चलती है। वे इसे धड़ाधड़ पिते चले जाते हैं। ऐसे में अब सवाल ये उठता है कि क्या उपवास में चाय पीना सही है या गलत? इसके क्या फायदे और नुकसान है? कितनी चाय या कॉफी पी जा सकती है? आईए जानते हैं।
जब भी किसी व्रत को किया जाता है तो उसके कुछ नियम और कायदे होते हैं। हालांकि होता ये है कि लोग अपने हिसाब से इन नियम कायदों को बदल लेते हैं। एक बात आप ने नोटिस की होगी कि भारत में अधिकतर त्यौहार तभी आते हैं जब मौसम बदल रहा होता है। ऐसे में आपकी बॉडी में वायरल और बैक्टीरियल इन्फेक्शंस का खतरा भी बढ़ जाता है। ऊपर से इस दौरान आप कोई सॉलिड फूड नहीं खा रहे होते हैं ऐसे में चाय या कॉफी लेने से बड़ी दिक्कत हो सकती है।
जल्द ही महाशिवरात्री भी आ रही है। ऐसे में बहुत से लोग इस दिन व्रत रखेंगे। यदि आपके मन में भी यह चल रहा है कि इस व्रत में चाय पिए या नहीं तो चलिए जान लेते हैं कि एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं। विशेषज्ञों की माने तो यदि आप उपवास में थोड़ा बहुत खा रहे हैं तो एक से दो कप तक चाय कॉफी ली जा सकती है। हालांकि यदि आपका व्रत एकदम सख्त है और आप इसमें कुछ भी नहीं खा रहे हैं तो उपवास में चाय कॉफी लेनी हानिकारक हो सकता है।
दरअसल खाली पेट चाय पीना नुकसानदायक होता है। इससे पेट में एसिडिटी और गैस हो जाती है। जहां तक संभव हो आप चाय और कॉफी को बिना चीनी और दूध के पीने की कोशिश करें। कैफीन से आपको एनर्जी मिलती है। वहीं ब्लैक टी और कॉफी पीने से आपको भूख भी नहीं लगती है। मतलब इससे आप अपना वजन भी कम कर सकते हैं। बस इसे आप लिमिटेड अमाउन्ट में ही ले तो सही होगा।
कुल मिलाकर कहा जाए तो व्रत के समय हमारी बॉडी डिटॉक्स होती है इसलिए आप एक से दो कप चाय कॉफी ही लें। इसमें भी कोशिश करें कि बिना चीनी या दूध वाली चाय लें। इसके विकल्प के रूप में आप गुड़ या मिश्री मिला सकते हैं।