लाउडस्पीकर पर अजान को गैरइस्लामिक मानता है यह शख्स, उतरवा दिए 7 मस्जिदों से लाउड स्पीकर!
हाल ही में बॉलीवुड के मशहूर गायक सोनू निगम ने ट्वीट करके लाउड स्पीकर पर होने वाली अजान पर सवाल उठाये थे, उन्होंने 4 ट्वीट करके दुनिया को बताया कि उन्हें इस बात से दिक्कत है कि उनके घर के पास लाउड स्पीकर पर अजान क्यों होती है. इस वजह से वो सो नहीं पाते हैं. ऐसे में उनके बयान पर तमाम प्रतिक्रियाएं आईं और एक बड़ा विवाद भी खड़ा हो गया.
लाउडस्पीकरों पर होने वाली अजान गैर इस्लामिक :
इसके बाद एक ऐसे मुस्लिम शख्स के बारे में जानकारी मिली है जो इस बात का दावा करता है कि लाउडस्पीकरों पर होने वाली अजान गैर इस्लामिक है यानी कि धार्मिक रूप से यह ठीक नहीं है, ऐसा नहीं होना चाहिए, इतना ही नहीं उस शख्स ने अपनी दलीलों के बल पर 7 मस्जिदों से लाउड स्पीकर भी उतरवा दिए हैं.
यह शख्स मुंबई का रहने वाला है और इसका नाम है मोहम्मद अली, लोग उन्हें बाबू खान के नाम से भी जानते हैं. बाबू खान लम्बे समय से मस्जिदों पर टंगे लाउडस्पीकरों के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं, उनका मानना है कि अजान देने का सही तरीका कुछ और है. यह लाउडस्पीकर अजान देने का सही तरीका नहीं है. अल्लाह ने अजान देने का तरीका बताया है. जो इससे अलग है.
बाबू खान बताते है कि अजान का उद्देश्य रहमत पाना था मगर यह जहमत में बदल गया. और लोगों को इससे तकलीफ होने लगी. एक टीवी चैनल को इंटरव्यू के दौरान बाबू खान ने बताया कि अजान सही मायने में कैसे की जाती है. अजान के फायदे क्या हैं और क्यों लोगों ने लाउडस्पीकर का प्रयोग करना शुरू कर दिया. उनके अनुसार दरअसल अजान में लाउडस्पीकर का प्रयोग होना ही नहीं चाहिए.
यहां दिए गए वीडियो में बाबू खान अजान से जुड़े सवाल क्या, क्यों और कैसे का जवाब दे रहे हैं. उनके जवाब पूरी तरह से तार्किक हैं और शायद ही कोई कहेगा कि उनके जवाबों से किसी का नुकसान है या वो किसी की भावना आहत कर रहे हैं. बाबू खान बिल्कुल सीधी बात कर रहे हैं जो किसी के भी जेहन में आराम से उतर सकती है.
देखिये यह वीडियो-
https://youtu.be/9sDDzq9hg2U