पुलिसवाला इस तरह से करता था लोगों से ठगी, बोलता था- पत्नी को टीबी है, बच्चा नहीं हो रहा है
छत्तीसगढ़ से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। इस राज्य के एक पुलिस वाले पर लोगों से ठगी करने का आरोप लगा है। इतना ही नहीं पुलिसवाले के साथ उसकी पत्नी भी लोगों से झूठ बोलकर पैसे ठगा करती थी। इन दोनों ने मिलकर कई लोगों को शिकार बनाया है और पैसे ठगे हैं। खबर के अनुसार ये पुलिस वाला अपनी पत्नी की सेहत खराब होने की कहानी लोगों को सुनता था और उनसे आर्थिक मदद मांगता था। लोग ये कहानी सुनकर भावुक हो जाते थे और पैसे दे देते थे। इसी तरह से इसकी पत्नी भी लोगों को दुख भरी कहानी सुनकर पैसे ठगा करती थी। ये घटना छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की है।
बताया जा रहा है कि सरकंडा थाने के 112 में पदस्थ आरक्षक विकास सिंह और उसकी पत्नी पुष्पा सिंह बीमार होने की कहानी लोगों को सुनते थे। ये दोनों खुद को अलग-अलग बीमारियों से ग्रसित बताते हुए पुलिस जवानों और उनके परिवार के सदस्यों से पैसे ठगा करते थे। इन्होंने ओर भी लोगों से पैसों की ठगी की थी। पुलिस के अनुसार इन दोनों ने 50 लाख रुपए से अधिक राशि ठगी के तहत जमा की थी।
इस तरह आए पकड़ में
इन्होंने बीमारी का बहना बनाकर कई लोगों से पैसे लिए थे। वहीं जब इन लोगों ने पैसे वापस मांग तो इन्होंने पैसे देने से मना कर दिया। इस तरह से इनका सच सबके सामने आया। इन दोनों के खिलाफ सिविल लाइन थाने में कई सारे परिवारों ने शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तो पाया कि पुलिसवाला अपनी पत्नी के साथ मिलकर कई लोगों को अपना शिकार बना चुका है।
इस मामले पर सिविल लाइन थाना प्रभारी शनिप रात्रे ने बताया कि पुलिस लाइन में रहने वाला आरक्षक विकास सिंह वर्तमान में सरकंडा थाने में डायल 112 में पदस्थ है। उसकी पत्नी पुष्पा सिंह ने महिला आरक्षक अंबे सिंह को बताया कि उसे टीबी हो गया है। उसके पास इलाज के पैसे नहीं हैं। इलाज के लिए काफी पैसे लगने वाले हैं। अंबे सिंह ने इनकी मदद करने के लिए इन्हें 10 लाख रुपए दिए। इतना ही नहीं अंबे सिंह ने अपने गहने तक बेच दिए। ताकि इनकी मदद हो सके। लेकिन बाद में अंबे सिंह को पता चला की पुष्पा को कोई बीमारी नहीं थी। जब इन्होंने पैसे मांग तो आरोप विकास सिंह और उसकी पत्नी पुष्पा सिंह ने पैसे देने से मना कर दिया।
अंबे सिंह की तरह ही तोरवा थाने में पदस्थ आरक्षक अश्विनी पटेल के ससुर तुर्काडीह निवासी सुखनंदन पटेल को भी महिला ने झांसा दिया और कहा कि उसे बच्चा नहीं हो रहा है और उसे टेस्ट ट्यूब बेबी चाहिए। उसे पैसों की जरूरत है। ये बात सुनकर सुखनंदन पटेल ने 10 लाख रुपए दिए। इसके अलावा आरोप विकास सिंह और पुष्पा सिंह ने अपने घर में काम करने वाली बाई को भी नहीं छोड़ा और उससे बीमारी का बहाना बनाकर 20 हजार रुपए उधार ले लिए।
विकास सिंह और पुष्पा सिंह के खिलाफ ऐसी कई शिकायतों के सिविल लाइन पुलिस में दर्ज हुई थी। जिसके बाद जांच की गई और आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत केस दायर किया गया है।