देश में कोरोना की अगली लहर आने की है संभावना, इन 5 राज्य में हैं हालात काफी चिंताजनक
भारत में एक बार फिर से कोरोना वायरस के मामलों में तेजी आई है और कई सारे राज्यों में कोरोना वायरस से संक्रमित होने का आकंड़ा एकदम से बढ़ गया है। जिससे की केंद्रीय सरकार की चिंता बढ़ गई है। दरअसल जनवरी महीने के बाद से कोरोना वायरस के मामलों में गिरावट आ रही थी। लेकिन अब फिर से देश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। शनिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 18,327 नए मामले सामने आए हैं। जिसके साथ ही भारत में अभी तक कुल 1.11 करोड़ से अधिक लोग इस वायरस की गिरफ्त में आ गए हैं।
सरकार के आंकड़ों के अनुसार शनिवार को 36 दिनों के बाद संक्रमण के ये सर्वाधिक मामले दर्ज किए गए हैं। महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक और तमिलनाडु में ये संक्रमण तेजी से फैल रहा है और इन राज्यों में प्रतिदिन संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। शनिवार को सामने आए कुल कोरोना केस में 82 प्रतिशत मामले इन राज्यों से हैं। इसके अलावा देश के 8 राज्यों के 63 जिले ऐसे हैं, जहां कोरोना वायरस संक्रमण के मामले फिर से आने लग गए हैं। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामलों में तेजी आई है।
देश में फिर से बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने शनिवार को बैठक भी की थी। इस बैठक के दौरान इन जिलों में कोरोना संक्रमण की स्थिति को लेकर बात की गई और राज्य सरकारों का ध्यान इन संवेदनशील जिलों की ओर खींचा गया। इन सभी जिलों में जिला प्रशासन की ओर से कोरोना जांच को लेकर कम काम हुआ है। मंत्रालय पिछले काफी समय से इन राज्यों को पत्र लिखकर जिलों में सतर्कता बरतने के लिए कह रहा है। ऐसे में ये लापरवाही होना किसी हैरानी से कम नहीं है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने शनिवार को दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, गोवा, चंडीगढ़, हरियाणा और आंध्र प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव और राज्य स्वास्थ्य मिशन के निदेशक के साथ बैठक की थी। इस दौरान पता चला कि 8 राज्यों के 63 जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर स्थित खराब है। डॉ. वीके पॉल ने जानकारी दी है कि इन जिलों के हालात को लेकर समीक्षा की गई है। वहां स्थिति चिंताजनक जरूर तो है लेकिन इसे नियंत्रित करने के लिए उचित समय है। यहां की राज्य सरकारों को अधिक टेस्टिंग करने को कहा गया है।
दिल्ली में बढ़ रहे हैं केस
दिल्ली में एक बार फिर से कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं। कुछ दिनों से दिल्ली में कोरोना के मामले 300 से ऊपर आ रहे हैं। जो कि पहले 100 के करीब पहुंच गए थे। यानी अगर वक्त रहते ध्यान नहीं दिया गया तो दिल्ली में एक बार फिर से स्थिति बुरी हो सकती है और कोरोना के मामले तेजी से बढ़ सकते हैं। आपको बता दें कि नवंबर महीने में दिल्ली में कोरोना के रोज 7 हजार से अधिक केस आ रहे थे। काफी मुश्किल से ये वायरस राजधानी में काबू में आया था। लेकिन एक बार फिर से हालात खराब होते हुए नजर आ रहे हैं।
गौरतलब है कि कोरोना वैक्सीन देने का दूसर चरण भी शुरू हो गया है। इस चरण के तहत 60 से अधिक आयु के लोगों को व 45 से अधिक आयु के उन लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी जा रही है, जो कि किसी बीमारी से ग्रस्त हैं। उम्मीद है कि वैक्सीन देने में आई तेजी के कारण कोरोना की रफ्तर कम हो सकती है।