प्लास्टिक बोतलों से पानी पीने के पहले इस खबर को गौर से पढ़ ले, बाद में कहीं पछताना न पड़े
गर्मिया लगने वाली है ऐसे में एक बात कॉमन होने वाली है, वह है पानी ज्यादा पीना. हर कोई गर्मी से बचने के लिए पानी ज्यादा पीता है. लोग बाहर जाते है तो पानी के लिए अपने साथ एक प्लास्टिक की बोतल ले जाते है. या कुछ लोग बाजार से ही पानी की बोतल खरीद कर पी लेते है. अमूमन कई लोग घर में रहने के बावजूद भी प्लास्टिक बोतल से ही पानी निकालकर पीते है.
हमारे घरों में पीने के पानी को आम तौर पर प्लास्टिक के बोतल में ही स्टोर किया जाता है. लोग कोल्ड्रिंक्स पीने के बाद भी उस बोतल को घर ले जाते है, ताकि पीने का पानी का भर सकें. लेकिन क्या आपको पता है आपकी इस तरह की आदत आपकी सेहत के लिए काफी नुकसान दायक हो सकती है. ये बोतलें कई कैमिकल प्रोसेस के बाद बनाई जाती हैं जिनका अपना रिसाइकिल का प्रॉसेस होता है. इसके अलावा यह बोतले टेंपरेचर सेंसेटिव भी होती हैं जिस वजह से इनको अगर पानी पीने या स्टोर करने के लिए काम में लिया जाता है तो ये हामरे स्वस्थ को कई तरह से नुकसान कर सकती हैं.
प्लास्टिक बॉटल्स का निर्माण करने में कई कैमिकल का प्रयोग किया जाता है जो मानव शरीर के लिए हानिकारक होता हैं. कई कंपनियां यह दावा करती हैं कि वे बीपीए फ्री प्लास्टिक का इस्तेमाल करती हैं. बावजूद इसके कई तरह के केमिकल्स इसमें उपयोग किया जाता है. जब ये बोतलें पानी और हीट से कनेक्ट होती हैं या कई दिनों तक पानी को इनमे स्टोर किया जाता है तो इसमें इस्तेमाल किया हुआ केमिकल पानी में घुलने लगता है. जब हम इस पानी को पीते है तो हमारे शरीर की अंत: स्रावी ग्रंथियों को यह प्रभावित करते हैं जिसका असर हमारे हार्मोन पर पड़ता है.
एक शोध के बाद पता चला है कि रोजाना 8 तरीके के प्लास्टिक का प्रोडक्शन किया जाता है जिसमें तमाम दावों को करने के बावजूद 74 प्रतिशत प्रोडक्ट टॉक्सिक पाए गए है. अर्थात उनमे विषैले तत्व पाय गए है. देश की जनता में जागरुकता के अभाव की वजह से इनका इस्तेमाल तेज़ी से किया जा रहा है. यह बोतल बेहद ही हानिकारक होती है इन्हे नष्ट करने के लिए एक ख़ास तरह की प्रोसेस से गुजारा जाता है.
प्लास्टिक की इन बोतलों को अगर इस्तेमाल करने के बाद यहाँ वहाँ फेक दिया जाये तो ये रिसाइकल नहीं हो पाती हैं. ऐसे में ये प्लास्टिक बोतले जमीन पर जमा होती जाती है. इससे इन बोतलों से धरती पर प्रदुषण भी बढ़ता जाता है. इसलिए आप प्लास्टिक से बनी बोतल का उपयोग करने के बजाए किसी अन्य धातु से बनी बोतल का इस्तेमाल करें. आप इसकी जगह स्टील या कॉपर बोतल का इस्तेमाल कर सकते है. हाल के दिनों में बाज़ार में बांस की बोतलें भी आ रही है जो इन सबसे एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है.
आपको बता दें कि इन बोतलों में रखा पानी विषैला हो जाता है. इसलिए भूलकर भी इन बोतलों का पानी कभी गर्भवती महिलाओं को न दें. गर्भवती महिलाएं या बच्चे की सेहत को यह बहुत ही नुकसान पहुंचाते हैं.