पीएम मोदी से मिली महबूबा कहा, वाजपेयी के रास्ते पर चलकर निकलेगा कश्मीर का हल!
कश्मीर घाटी के बिगड़ते हालात और पत्थरबाजी के बीच स्थितियों पर नियंत्रण और टूटने की कगार पर आये पीडीपी-बीजेपी गठबंधन को बचाने के लिए सोमवार को जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात की. महबूबा मुफ्ती और पीएम मोदी की मुलकात को कई मायनों में अहम माना जा रहा है. उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि समस्या का हल निकलने के लिए बातचीत करना जरूरी है. कश्मीर का हल वाजपेयी की नीतियों से निकाला जाना चाहिए. उन्होंने केंद्र से राज्य के कल्याण के बारे में गंभीरता से विचार करने को कहा है.
राज्य सरकार जल्द ही कश्मीर घाटी की स्थितियों पर काबू पा लेगी :
महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर के बिगड़ते हालात के बीच यह दावा किया है कि राज्य सरकार जल्द ही कश्मीर घाटी की स्थितियों पर काबू पा लेगी. उन्होंने 2-3 महीने में स्थितियों पर नियंत्रण पा लेने का दावा किया. उन्होंने कहा कि अलगाववादियों से बातचीत संभव है और बातचीत के जरिये ही हल निकाला जा सकता है. उनके अनुसार बंदूकों और पत्थरों के बीच बातचीत संभव नहीं हो सकती. महबूबा मुफ्ती ने इस मुद्दे पर पीएम मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की.
पत्थरबाजों को उकसाया जा रहा है :
राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाये जाने से जुड़े एक सवाल पर महबूब ने कहा कि यह केंद्र का विषय है इसपर केंद्र से सवाल किया जाना चाहिए वहीँ पत्थरबाजों के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि पत्थरबाजों को उकसाया जा रहा है. उन्होंने पत्थरबाजों और अलगाववादियों से बातचीत किये जाने का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि जहां तक वाजपेयी जी ने कोशिश की थी उसके आगे बढ़ने की जरूरत है और इसके लिए माहौल बनाना होगा.
गौरतलब है पीडीपी और बीजेपी गठबंधन पर मतभेद से जुड़ी अटकलों पर उन्होंने कहा कि गठबंधन पर जल्द ही मतभेद सुलझा लेंगे. ऐसे में बीजेपी ने भी यह बयान दिया है कि राज्य में गठबंधन सही दिशा में कार्यशील है. वहीं सिन्धु जल समझौते के मुद्दे पर मुफ्ती ने कहा कि इससे कश्मीर का नुकसान है. बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने इस मुद्दे पर भी विचार करने का आश्वासन दिया है.
गौरतलब है कि कश्मीर मुद्दे को लेकर गृह मंत्रालय ने भी उच्च स्तरीय बैठक की जिसमें गृह मंत्री, राष्ट्रिय सुरक्षा सलाहकार, आईबी के निदेशक और गृह सचिव शामिल हुए. इस बैठक में कश्मीर के ताजा हालात पर चर्चा की गई. इससे पहले पीएम मोदी ने देश के सभी राज्यों से अपील की थी कि वह अपने राज्यों के पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करें. पीएम मोदी का यह बयान राजस्थान और उत्तर प्रदेश में कश्मीरी लोगों के विरोध की गतिविधियों पर आया था.
बीते दिनों राजस्थान की मेवाड़ यूनिवर्सिटी में 6 कश्मीरी युवकों के साथ मारपीट की वारदात सामने आई थी. जबकि उत्तर प्रदेश में एक ऐसा पोस्टर सामने आया था जिसमें कश्मीरी युवकों को प्रदेश नहीं छोड़ने पर धमकी दी गयी थी. वहीं कश्मीर की सत्तारूढ़ पार्टी पीडीपी के नेताओं का मानना है कि केंद्र सरकार कश्मीर को गंभीरता ने नहीं ले रही है.