कभी अपनी खूबसूरती और हेयर स्टाइल के लिए मशहूर थी साधना लेकिन गुमनामी में छोड़नी पड़ी दुनिया
गुजरे जमाने की ऐसी कई खूबसूरत और बेहतरीन अभिनेत्रियां रही हैं जिन्होंने अपनी खूबसूरती के साथ-साथ अपनी बेहतरीन अदाकारी से सभी लोगों का दिल जीत लिया था। उन्हीं अभिनेत्रियों में से एक अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री साधना शिवदासानी थीं जो 60 के दशक की टॉप अभिनेत्रियों में शुमार थीं। आज भी साधना शिवदासानी के खूबसूरत चेहरे को लोग अच्छी तरह जानते हैं। साधना अपने समय में अपनी खूबसूरती के साथ-साथ अपने अलग फैशन और एक्टिंग के लिए मशहूर रही हैं।
साधना का हेयर स्टाइल आज भी मशहूर है। लड़कियों के बीच चूड़ीदार सलवार का फैशन मशहूर करने का श्रेय साधना को ही जाता है। आपको बता दें कि साधना ने अपने हिंदी फिल्मों की शुरुआत बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट से की थी। इसके बाद महज 15 साल की उम्र में कैमियो में नजर आई थीं। साधना ने बतौर कलाकार 1955 में आई फिल्म “श्री 420” से अपने करियर की शुरुआत की थी। उस समय के दौरान साधना कट के नाम से उनका हेयर स्टाइल काफी मशहूर था।
1960 में आई फिल्म “लव इन शिमला” ने उन्हें बुलंदियों पर पहुंचा दिया। उसके बाद हिंदी सिनेमा के इतिहास में सबसे बेहतरीन और प्रतिष्ठित फिल्म अभिनेत्रियों में साधना का नाम गिना जाता है और यह अपने समय की सबसे कमाई करने वाली अभिनेत्रियों की लिस्ट में शामिल थीं। साधना को उसके बाद एक से बढ़कर एक रोल मिलने लगे थे।
आपको बता दें कि साधना शिवदासानी का जन्म पाकिस्तान के कराची शहर में हुआ था। वह अपनी मां-बाप की इकलौती औलाद थीं। इनका बचपन बहुत ही प्यार और लाड़-दुलार के साथ बीता था। जब 1947 में भारत देश से पाकिस्तान अलग हुआ था तब उनका परिवार कराची शहर को छोड़कर मुंबई शहर में आ बसा था। आपको बता दें कि साधना शिवदासानी का नामकरण उसके पिताजी ने अपनी पसंदीदा फिल्म अभिनेत्री साधना बॉस के नाम पर करवाया था।
साधना ने जब फिल्म “श्री 420” से अपने करियर की शुरुआत की थी तब उसके बाद उन्हें भारत की पहली सिंधी फिल्म “अबाणा” में काम करने का अवसर प्राप्त हुआ था, जिसमें उन्होंने अभिनेत्री शीला रमानी की छोटी बहन का किरदार निभाया था और इस फिल्म के लिए उन्हें ₹1 रूपए की टोकन राशि का भुगतान किया गया था। इसके बाद साधना को सशधर मुखर्जी ने देखा जो उस वक्त बहुत बड़े फिल्मकार थे।
सशधर मुखर्जी को अपने बेटे जॉय मुखर्जी के लिए एक हीरोइन के लिए नए चेहरे की तलाश थी। तब उन्होंने फिल्म “लव इन शिमला” में साधना को मौका दिया था। इस फिल्म के निर्देशक आर. के. नैयर थे और उन्होंने ही साधना को नया लुक “साधना कट” दिया था। दरअसल, साधना का माथा बहुत चौड़ा था। उसे बालों से कवर किया गया और स्टाइल का नाम ही साधना कट पड़ गया।
आपको बता दें कि साधना शिवदासानी ने “लव इन शिमला” के फिल्म डायरेक्टर राम कृष्ण नैयर से शादी करके अपनी शादीशुदा जिंदगी की शुरुआत की थी। इन दोनों की मुलाकात फिल्म के सेट पर ही हुई थी। उस समय के दौरान साधना की उम्र महज 16 वर्ष की थी और नैयर 22 साल के थे। दोनों की शादी के लिए साधना के परिवार वाले बिल्कुल भी राजी नहीं थे परंतु राज कपूर की सहायता से इन दोनों ने विवाह किया था।
फिल्म इंडस्ट्री से दूर होने के बाद साधना की हालत बेहद खराब हो गई। साधना के पति नैयर का निधन 1995 में हो गया था जिसके बाद साधना बिल्कुल अकेले पड़ गईं। आखिरी दिनों में साधना ने मुंबई में एक पुराना बंगला किराए पर लिया। यह बंगला आशा भोंसले का था और साधना उसमें रहने लगीं। बाद में साधना को थायराइड की बीमारी हो गई थी, जिसका प्रभाव उनकी आंखों पर भी पड़ने लगा। आखिरी दिनों में भी साधना गुमनामी जैसी जिंदगी में ही रहीं थीं। साधना शिवदासानी 25 दिसंबर 2015 को इस दुनिया को अलविदा कह कर चल बसी थीं।