मशहूर संगीतकार जतिन-ललित की बहन दो वक़्त की रोटी के लिए घर का सामान बेचने को है मजबूर
फिल्म लव स्टोरी (film love story ) आज से 40 साल पहल रिलीज़ हुई थी. यह फिल्म एक ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी. इस फिल्म के प्रोड्यूसर जुबली हीरो के नाम से फेमस राजेंद्र कुमार थे इसे राहुल रवैल ने डायरेक्ट किया था. मशहूर अभिनेता राजेंद्र कुमार ने यह फिल्म अपने बेटे गौरव कुमार को लॉन्च करने के लिए यह फिल्म बनाई थी. यह फिल्म सफल भी हुई थी.
इस फिल्म में कुमार गौरव के अलावा विजेयता पंडित (vijata pandit) भी लीड किरदार में नज़र आई थी. विजेयता पंडित (vijata pandit) की भी यह फिल्म डेब्यू फिल्म थी. इस फिल्म के जबरदस्त हिट होने के बाद भी दोनों ही स्टार बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने में सफल नहीं हो पाए. आज दोनों ही बॉलीवुड इंडस्ट्री से काफी दूर है. आज अगर फिल्म की अभिनेत्री विजेयता पंडित के बारे में बात की जाय तो उनके हालात काफी बुरे है.
आज विजेयता पंडित के हालात काफी बुरे है. उन्हें आर्थिक तंगी ने इस कदर घेरा हुआ है कि वह अपने घर का सामान बेचकर अपनी जिंदगी गुजार रही है. विजेयता पंडित का पहली फिल्म के बाद करियर कुछ ख़ास नहीं चला और धीरे धीरे वह फिल्मों से गायब होती चली गई. उन्होंने अपनी जिंदगी में दो शादिया की पर वहां भी उनका लक ख़राब ही रहा. पहली शादी के बाद उनके पति से उनकी नहीं बनी और उन्होंने थोड़े ही समय में तलाक ले लिया. वहीं उनके दूसरे पति की जिंदगी कैंसर ने ले ली.
विजेयता पंडित 80 के दशक में एक बड़ा नाम थी. उनके पिता प्रताप नरेन पंडित जानें-माने संगीतकार हुआ करते थे. मशहूर पंडित जसराज, विजेयता के चाचा थे. वे सात भाई- बहन सुलक्षणा पंडित, ललित पंडित, संध्या पंडित, मनधीर पंडित, जतिन पंडित और माया पंडित हैं. विजयेता के भाई जतिन-ललित बॉलीवुड के मशहूर संगीतकार हैं.
फिल्म लव स्टोरी की सफलता के बाद दोनों ही मशहूर हो गए थे. इस फिल्म के बाद कुमार गौरव और विजयेता शादी करने वाले थे. फिल्म के दौरान ही दोनों में प्यार हुआ था. लेकिन राजेंद्र कुमार इस शादी के सख्त खिलाफ थे. दोनों ही परिवार के खिलाफ नहीं जाना चाहते थे इसलिए दोनों ही अलग हो गए. वर्ष 1984 में राजेंद्र कुमार ने बेटे की शादी सुनील दत्त की बेटी नम्रता से करा दी.
विजयेता ने 1985 में फिल्म ‘मोहब्बत’ और ‘मिसाल’ से कमबैक किया, लेकिन दोनों ही फिल्में कुछ ख़ास नहीं कर सकी. 1986 में फिल्म ‘कार थीफ’ में वह काफी बोल्ड नज़र आई लेकिन उनकी यह फिल्म भी फ्लॉप ही रही. उन्होंने फिर 1986 में फिल्म कार थीफ के डायरेक्टर समीर माकलन के साथ शादी कर ली. उनकी यह शादी 1988 में ही ख़त्म हो गई और तलाक हो गया.
विजयेता के भाई जतिन-ललित के दोस्त होने के कारण मशहूर संगीतकार आदेश श्रीवास्तव का विजेयता के घर पर आना जाना होता रहता था. वह ललित-जतिन के अच्छे दोस्त थे. इसलिए द विजेयता ने 1990 में आदेश श्रीवास्तव से शादी कर ली. इन दोनों के दो बेटे अनिवेश श्रीवास्तव और अवितेश श्रीवास्तव हैं. आदेश की कैंसर से मौत हो गई. तभी से विजयेता आर्थिक तंगी का सामना कर रही है. विजेयता ने जीते है शान से, दीवाना तेरे नाम का, मोहब्बत, जलजला, प्यार का तूफान, जैसी फिल्मों में काम किया है.