Video : सांस थाम कर देखिएगा, ट्रेन के सामने कूदा शख़्स, सुरक्षा बलों ने जान पर खेलकर बचाया
आज के समय में जिंदगी को कोई भरोसा नहीं है. पता नहीं कब धोखा दे जाए. कई तरह की बिमारियों ने इंसान को घेर रखा है. दुनिया भर में कई लोग तमाम तरह की बिमारियों से लड़ रह है ताकि जिंदगी को जी सके. इसके मजे ले सकें. इसके अनुभव का आनंद उठा सकें. लेकिन इसी बीच कुछ लोग ऐसे भी है जिन्हे अपनी जिंदगी से कतई प्यार नहीं है. इसी तरह का एक मामला देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से सामने आ रहा है.
महाराष्ट्र के मुंबई के विरार रेलवे स्टेशन से एक बेहद ही हैरत अंगेज़ कर देना वाला मामला सामने आया है. यहाँ पर एक अनजान शख्स ने रेलवे ट्रैक पर लेटकर आत्महत्या करने की कोशिश की है. उसी समय मौके पर रेलवे सुरक्षा बल वक़्त रहते उसके पास पहुंच गए और उन्होंने उसे सुरक्षित बचा लिया. रेलवे सुरक्षा बल ने उसे पुलिस के हवाले किया. पुलिस ने जब उससे नॉर्मली बात कि तो पता चला की वह अपनी माँ की मौत से परेशान चल रहा था.
#WATCH: RPF personnel averted a suicide attempt when they dragged a man out of railway tracks where he was lying down as a train was approaching him, at Virar railway station in Mumbai. The man was allegedly disturbed by the demise of his mother. (24.02)
(Souce: Indian Railways) pic.twitter.com/gbp5cn5WXw
— ANI (@ANI) February 26, 2021
इसी परेशानी से उसे तनाव ने जकड़ लिया था. माँ के जाने के बाद उसे जीने की कोई वजह और रह नज़र नहीं आ रही थी. इसलिए वह खुद का जीवन भी समाप्त करना चाहता था. इसीलिए रेलवे ट्रेक पर जाकर लेट गया था. जैसे ही वह ट्रैक पर लेटा रेलवे के सुरक्षा बल के जवान प्रवीन की इस शख्स पर नज़र जाती है वह झट से पटरी पर जाकर उस शख्स को ट्रेन के नीचे आने से सुरक्षित बचा लेता है और उसे खीच कर पटरी से दूर कर लेता है.
जानकारी के मुताबिक आत्महत्या करने वाला शख्स की उम्र महज़ 32 वर्ष हुई है. वह अपनी माँ की मौत के सदमे से बाहर निकलने के लिए आत्महत्या करने की मंशा से विरार स्टेशन पर ट्रैक पर लेटा था. लेकिन इस दौरान स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल बन जाता है.
ज्ञात हो कि, मुंबई में रोजाना कई ट्रेने गुजरती है और वहां आए दिन ऐसे मामले देखने को मिलते है. वहां के लोग लोकल ट्रेन को आत्महत्या करने के लिए इस्तेमाल करते है. कई बार आरपीएफ के जवानों की फुर्ती से यह हादसा बच जाता है तो कई बार यहां पटरियों से सिर्फ लाशें ही मिलती है. याद रखें आत्महत्या करना किसी तकलीफ का अंत नहीं होता. इसके साथ ही आपके परिवार को भी आपकी असमय मौत का सदमा सहना पड़ता है.