महाशिवरात्रि पर बन रहे हैं ये अद्भुत योग, भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए बस कर दें ये काम..
महाशिवरात्रि का पर्व बेहद ही खास होता है और इस दिन शिव की पूजा की जाती है। माना जाता है कि जो लोग सच्चे मन से भोलेनाथ की पूजा इस दिन करते हैं, उनको सच्चा जीवन साथी मिल जाता है और हर कामना पूर्ण हो जाती है। इस साल महाशिवरात्रि का पावन पर्व 11 मार्च गुरुवार के दिन आ रहा है। इस दिन सुबह 09 बजकर 22 मिनट तक महान कल्याणकारी ‘शिवयोग’ भी विद्यामान रहेगा। इसके बाद ‘सिद्धयोग’ आरम्भ हो जाएगा।
‘सिद्धयोग’ को काफी शुभ माना जाता है और इस योग के दौरान किए गए सभी कार्य सफल होते हैं। इन योगों के दौरान शिव भगवान की पूजा करने से फल की प्राप्ति जरूर होती है और मन चाहिए चीज भी मिल जाती है। इन योगों के दौरान रुद्राभिषेक, शिव नाम कीर्तन, शिवपुराण का पाठ व शिव जी के मंत्रों का जाप करने से उत्तम फल मिलता है। इतना ही नहीं इस दौैरान दान पुण्य करना व ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करना अतिशुभ माना गया है।
कुवांरी कन्याएं रखें व्रत
महाशिवरात्रि का दिन कुवांरी कन्याओं के लिए शुभ माना जाता है और इस दिन व्रत करने से सच्चा जीवन साथी मिलता है। कुवांरी कन्या सुबह के समय मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल जरूर अर्पित करें व गौरी मां की पूजा करें। ऐसा करने से एक साल के अंदर ही विवाह हो जाएगा और सच्चा जीवन साथी मिल जाएगा।
नव ग्रह दोष हो शांत
जिन लोगो की कुंडली में नवग्रह दोष है। वो दोष भी शांत हो जाता है। नवग्रह दोष होने पर जीवन कष्टों से भर जाता है और मानसिक अशान्ति बनीं रहती है। ऐसे में जो लोग भी इस दोष से ग्रस्त हैं वो महाशिवरात्रि के दिन रुद्राभिषेक कर दें।
बढ़ती है पति की आयु
इस दिन शिव की पूजा करने से विवाहित स्त्रियों का वैधव्य दोष भी नष्ट हो जाता है और पति की आयु बढ़ जाती है। सुहागिन महिलाएं इस दिन माँ पार्वती की पूजा शिव जी के साथ करें। उसके बाद मां का श्रृंगार करें। मां को पूरा श्रृंगार का सामान चढ़ाया। उसके बाद पंचामृत, दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से भोले नाथ का स्नान करेँ। फिर बेलपत्र पर अष्टगंध, कुमकुम, अथवा चन्दन से राम-राम लिखकर ॐ नमःशिवाय करालं महाकाल कालं कृपालं ॐ नमः शिवाय’ कहते हुए शिवलिंग पर अर्पित करें। इसके अलावा आप भांग, धतूर और मंदार पुष्प तथा गंगाजल भी शिवलिंग पर अर्पित कर सकते हैं।
बेलपत्र जरूर चढ़ाएं
अगर कोई मनोकामना है जो कि पूरी नहीं हो रही है तो आप इस दिन शिव जी का व्रत रखें और साथ में ही इन्हें बेलपत्र चढ़ाएं। ऐसा करने से भोले नाथ आपकी हर कामना को पूरा कर देंगे और जो आप चाहते हैं वो आपको मिल जाएंगी।
शनि ग्रह रहे शांत
जिन लोगों की कुंडली में शनि ग्रह भारी है वो लोग इस दिन शिव की पूजा करते हुए उन्हें शमीपत्र चढ़ाएं। शमीपत्र चढ़ाने से शनि ग्रह शांत रहता है। साथ में ही शाढ़ेसाती, मारकेश तथा अशुभ ग्रह-गोचर से हानि नहीं होती है।
इस तरह से करें शिव की पूजा
- शिवरात्रि के दिन मंदिर जाकर आप सबसे पहले शिवलिंग पर जल अर्पित करें। उसके बाद दूध, दही, घी, शहद और शक्कर शिव जी को चढ़ा दें। फिर साफ पानी से शिवलिंग को साफ करें। अब शिवलिंग पर दूध अर्पित करें और फिर से जल डाल दें।
- शिवलिंग पर चंदन का तिलक लगाए और उन्हें फल, फूल और शमीपत्र अर्पित कर दें। शिवलिंग के सामने एक घी का दीपक जाल दें और शिव के मंत्र का जाप करें।
- अगर आप इस दिन व्रत रखते हैं तो मन में व्रत रखने का संकल्प धारण करें। पूरे दिन केवल फल और दूध का सेवन ही करें।
शिव से जुड़े मंत्र
ओम साधो जातये नम:।।
– ओम वाम देवाय नम:।।
– ओम अघोराय नम:।।
– ओम तत्पुरूषाय नम:।।
– ओम ईशानाय नम:।।
-ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।।
रूद्र गायत्री मंत्र
ॐ तत्पुरुषाय विदमहे, महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात्।।
महामृत्युंजय गायत्री मंत्र
– ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्द्धनम्।