देश भर में पेट्रोल 37.57 रुपये लीटर और डीजल 38.03 रुपये तक मिलने वाला है, जानें क्या है सच्चाई
देश में आए दिन पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़ते जा रहे है. इस बढ़ती महंगाई से आम आदमी की कमर टूटी जा रही है. कई से कोई राहत नज़र नहीं आ रही है. डीजल के दाम बढ़ने के कारण ट्रांसपोर्ट भी महंगा हो रहा है. इससे ट्रांसपोर्ट से आने वाली वस्तुए भी महँगी हो रही है. इसका सीधा असर आम आदमी पर ही पड़ रहा है.
इसी बीच एक राहत भरी खबर आ रहा है केंद्र सरकार से. केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करने पर विचार कर रही है. देश के पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के विचारों पर अगर जीएसटी परिषद लागू कर देती है तो देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें आधी रह जाएंगी. गौरतलब है कि उन्होंने दो दिन पहल कहा था कि उनका मंत्रालय जीएसटी परिषद से पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स को अपने दायरे में शामिल करने का लगातार अनुरोध किये जा रहा है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी कुछ ऐसे ही संकेत दे रही हैं. अगर यह हो जाता है तो यकिनन इससे देश के नागरिकों को फायदा होगा.
आपको बता दें कि देश के दो राज्यों राजस्थान और मध्यप्रदेश में पेट्रोल 100 का आकड़ा भी पार कर चुका है. पेट्रोल-डीजल के महंगे होने का सबसे मूल कारण ही टैक्स है. पेट्रोल पर केंद्र सरकार उत्पाद शुल्क और राज्य जनता से वैट वसूलते हैं. हालिया स्तिथि ये है कि केंद्र व राज्य सरकारें उत्पाद शुल्क व वैट के नाम पर 100 प्रतिशत से ज्यादा टैक्स ले रहे है. इन दोनों टेक्स को मिलाकर यह रकम इतनी ज्यादा है कि 35 रुपये का पेट्रोल राज्यों में 90 से 100 रुपए प्रति लीटर तक बीक रहा है.
देश की राजधानी दिल्ली की बात करे तो यहाँ पेट्रोल 91 रुपये प्रति लीटर की कीमत के हिसाब से और डीजल 81 रुपये प्रति लीटर बेचा जा रहा है. इस पर केंद्र ने क्रमशः 32.98 रुपए लीटर और 31.83 रुपए लीटर का उत्पाद शुल्क जोड़ा हुआ है.
पेट्रोल-डीजल यह होगा बड़ा असर
अगर सरकार द्वारा जीएसटी की उच्च दर पर भी पेट्रोल-डीजल को रख दिया जाए तो भी कीमतें आधी हो जाएंगी. इसके अलावा अगर जीएसटी परिषद ने कम स्लैब चुना तो कीमतें कम हो जाएंगी. इसके अलावा देश में हालिया 5 फीसद, 12 फीसद, 18 फीसद और 28 फीसद चार प्राथमिक जीएसटी दर हैं. इसके आधार पर अगर पेट्रोल को 5 फीसद जीएसटी वाले स्लैब में रखा जाए तो देश भर में यह 37.57 रुपये लीटर और डीजल का रेट घटकर 38.03 रुपये तक आ जाएगा.
वही अगर 12 फीसद स्लैब में ईंधन को रखा गया तो पेट्रोल की कीमत होगी 40 रुपये लीटर और डीजल 40.56 रुपये हो सकता है. इसके बाद 18 फीसद जीएसटी वाले स्लैब में पेट्रोल की कीमत होगी 42.22 रुपये और डीजल 42.73 रुपये तक मिलेगा. अगर सबसे बाद वाले 28 फीसद स्लैब में रखा गया तो ईंधन पेट्रोल 45.79 रुपये और डीजल 46.36 रुपये मिलेगा. इस स्लेब को लागू करने में सबसे बड़ी समस्या राज्य ही दे रहे है. राज्य इसे GST दायरे में लाने के लिए मंजूर नहीं है, क्योंकि इससे उन्हें काफी मुनाफा होता है. आपको बता दें कि 2021 में अब तक पेट्रोल 7.22 रुपये और डीजल 7.45 रुपये महंगा हो चुका है. अगर यह GST स्लेब लागि होता है तो यकींनन आम आदमी को बड़ी राहत मिलेगी.