भगोड़े नीरव मोदी को भारत लाने का रास्ता हुआ साफ,13,600 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का है आरोप
भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी को भारत लाने का रास्ता पूरी तरह से साफ हो गया है और आज ब्रिटेन की अदालत ने भारत सरकार के हित में फैसला सुनाया है। जिसके साथ ही अब नीरव मोदी को भारत को सौंप दिया जाएगा। ब्रिटेन के प्रत्यर्पण अदालत में सुनवाई के दौरान जज ने कहा कि नीरव मोदी के खिलाफ भारत में एक मामला दर्ज है। जिस पर उसे भारत को जवाब देना है। जज ने साथ ही नीरव मोदी पर सबूतों को नष्ट करने और गवाहों को धमकाने की बात भी कही।
वहीं इस मामले में नीरव का पक्ष रखते हुए उनके वकील ने कहा कि उसकी मानसिक हालत सही नहीं है। इसलिए उन्हें भारत न भेजा जाए। इन्होंने साथ ही भारत की जेल की खराब हालत का हवाला भी दिया। जिसपर जज ने कहा कि नीरव को किसी भी तरह की मानसिक समस्या नहीं है। इस तरह के अपराध में संलिप्त अपराधी को मानसिक तनाव होता ही है। मुंबई स्थित आर्थर रोड जेल में आरोपी को बेहतर मेडिकल ट्रीटमेंट और मानसिक स्वास्थ्य देखभाल दी जाएगी। भारत भेजे जाने पर जेल में उसके आत्महत्या करने का कोई खतरा नहीं है। उसे जेल में बेहतर इलाज मुहैया कराया जाएगा।
सुनवाई के दौरान जज ने कहा कि नीरव मोदी को भारत में प्रत्यर्पित किया जाता है, तो वो न्याय से वंचित नहीं होगा। मुंबई की आर्थर रोड जेल में बैरेक 12 नीरव के लिए बिल्कुल सही है। वहीं जज के फैसले को बदलने के लिए नीरव मोदी के वकील ने दलील देते हुए कहा कि केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने मामले को प्रभावित करने का प्रयास किया है। हालांकि जज ने इस दलील को खारिज कर दिया।
गौरतलब है कि नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चौकसी पर पंजाब नेशनल बैंक से फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग की मदद से 13,600 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। केस दर्ज होने से कुछ समय पहले ही ये दोनों देश से फरार हो गए थे। वहीं जनवरी, 2018 से नीरव मोदी ब्रिटेन में है। जहां पर भारत के प्रवर्तन निदेशालय ने इसके प्रत्यर्पित का केस दर्ज किया था। इस केस पर कई समय से सुनवाई ब्रिटेन की कोर्ट में चल रही है। वहीं अब कोर्ट ने नीरव मोदी को भारत सरकार को सौंपने का फैसला सुनाया है। जिसके बाद नीरव मोदी को भारत लाया जाएगा और इसपर केस चलाया जाएगा। प्रवर्तन निदेशालय ने आरोप लगाया कि नीरव मोदी ने यूएई और हांगकांग में 15 डमी कंपनियां (फर्जी कंपनियां) खड़ी की थीं। वहीं भारत लाने के बाद नीरव मोदी से इसी सिलसिले में पूछताछ भी की जाएगी।