अध्यात्म

इस वजह से पूजा व धार्मिक कार्य में इस्तेमाल किया जाता है गेंदे का फूल, जानें इसका महत्व

पूजा करते हुए गेंदे के फूल का प्रयोग खूब किया जाता है और कई सारे भगवानों को ये फूल अर्पित किया जाता है। इसके अलावा किसी भी धार्मिक कार्य के दौरान भी इस फूल का प्रयोग अवश्य होता है और घर को इसी फूल से सजाया जाता है। लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि किस वजह से इस फूल का प्रयोग पूजा व धार्मिक कार्य के दौरान किया जाता है।

माना जाता है कि कई देवी-देवताओं को ये फूल काफी प्रिय है, इसलिए इस फूल का प्रयोग पूजा के दौरान अधिक किया जाता है। इस फूल का रंग केसरिया होता है और ये रंग हिंदू धर्म से जुड़ा हुआ है। ये भी एक कारण है कि इस फूल की माला भगवान को अधिक चढ़ाई जाती है। इसके अलावा केसरिया रंग त्याग और मोह-माया को भी दर्शाता है।

एक छोटे से गेंदे के फूल में कई सारी पत्तियां होती हैं। जिनको एक बीज जोड़कर रखता है। ऐसे मे ये फूल एकता भी दर्शाता है। गेंदे ही एकमात्र ऐसा फूल है। जो अपनी एक छोटी सी पत्ती के सहारे भी उग जाता है। इस फूल का ये गुण आत्मा की खासियत को दर्शाता है। जैसे आत्मा कभी नहीं मरती है, वो बस शरीर बदलती है और अलग-अलग रूपों में फिर जिंदा हो जाती है।

गेंदे के फूल को तोरन या वंदनवार मुख्य दरवाजे पर लटकाना शुभ होती है। दरअसल ये फूल नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करता है और घर में सकारात्मकता बनीं रहती है। यहीं वजह है कि किसी भी पूजा या त्योहार के समय घर के मुख्य दरवाजे पर इसी फूल की माला लगाई जाती है। घर के बाहर इन्हें लटकाने से बुरी शक्तियां दूर रहती हैं।

इस फूल को पवित्र माना गाया है। जिसकी वजह से पूजा के दौरान इसका प्रयोग किया जाता है। दरअसल शास्त्रों में भगवान को केवल पवित्र चीजें चढ़ाने का उल्लेख किया गया है। इसलिए भगवान को ये फूल चढ़ाया जाता है।

रखें इन बातों का ध्यान

गेंदे के फूल को पूजा के दौरान बिना किसी डर के इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन ये फूल अर्पित करते समय आप कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें।

  • कभी भी भगवान को गंदा गेंदे का फूल न चढ़ाए। भगवान को हमेशा साफ फूल ही अर्पित करना चहिए। जिसकी पत्तियां एकदम से सही हों और उनपर कुछ भी लगा हुआ न हो।
  • हमेशा ताजा गेंदे का फूल भगवान को चढ़ाएं। कभी भी पुराना व बासा फूल भगवान को अर्पित न करें।
  • एक बार जिस गेंदे के फूल का प्रयोग आप करें। उसका प्रयोग दोबारा न करें। वहीं जब फूल सूख जाए तो उसे पानी या किसी पेड़ के नीचे रख देँ।
  • जमीन पर गिरे गेंदे के फूल का इस्तेमाल किसी भी धार्मिक कार्य के दौरान न करें।

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