पंजाब सरकार और मुख्तार अंसारी के बीच है मिलीभगत, हत्या के मामले में जेल में है बंद
बाहुबली मुख्तार अंसारी इस समय पंजाब की जेल में बंद हैं और यूपी सरकार इन्हें अपने राज्य लाना चाहती है। जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में केस दायर किया गया है। यूपी सरकार की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ये केस लड़ रहे हैं। बुधवार को सॉलिसिटर जनरल तुषार ने सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए और इन्होंने कार्ट से कहा कि पंजाब सरकार बेशर्मी के साथ एक गैंगस्टर को बचा रही है। राज्य सरकार और मुख्तार अंसारी के बीच मिलीभगत है।
दरअसल मुख्तार अंसारी फिलहाल पंजाब के रोपड़ जेल में एक हत्या के मामले में बंद है। यूपी सरकार उन्हें यूपी की जेल में लाकर यहां दर्ज मुकदमों की सुनवाई करना चाहती है। लेकिन पंजाब सरकार मुख्तार अंसारी को अपनी जेल से नहीं छोड़ रही है। जिसके कारण ये केस अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। बुधवार को इस मामले में सुनवाई की गई। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई को एक हफ्ते के लिए टाल दिया है। लेकिन सिर्फ एक मिनट की सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों में इस मामले में काफी बहस की।
बुधवार को हुई सुनवाई में मुख्तार अंसारी के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि मुख्तार अंसारी एक छोटा आदमी है। लेकिन दो राज्य सरकारें इस पर आपस में लड़ रही हैं। अगर वो इतना महत्वपूर्ण है तो उसको मुख्यमंत्री क्यों नहीं बना देते। इसका जवाब देते हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि पंजाब सरकार यही तो कर रही है।
आपको बता दें कि यूपी सरकार की ओर से जो हलफनामा दायर किया गया है उनमें कहा गया है कि यूपी सरकार मुख्तार अंसारी की सुरक्षा और उसके स्वास्थ्य को लेकर प्रतिबद्ध है और सुप्रीम कोर्ट अपने अधिकारों का इस्तेमाल कर मुख्तार को वापस यूपी भेजे। यूपी सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया है कि मुख्तार अंसारी पर प्रयागराज के MP/MLA कोर्ट में जघन्य अपराध के 10 केस दर्ज हैं। यूपी सरकार ने कहा कि मोहाली में दर्ज केस भी प्रयागराज ट्रांसफर किए जाएं।
मुख्तार अंसारी 15 साल से यूपी की जेल में था, जहां उसको सभी मेडिकल सुविधा प्रदान की गई थी। मुख्तार अंसारी जिस माफिया ब्रजेश सिंह से खतरा बता रहा है वो ब्रजेश सिंह पिछले दस साल से यूपी की जेल में बंद है। हिस्ट्रीशीटर , गैंगस्टर और हार्डकोर अपराधी मुख्तार अंसारी के दुश्मन होना लाजमी हैं। बांदा जेल सुपरिटेंडेंट ने बिना MP/MLA कोर्ट की अनुमति के मुख्तार अंसारी को पंजाब पुलिस को सौंपा था। यूपी सरकार ने कोर्ट से कहा है कि मुख्तार अंसारी के खिलाफ कई बार पेशी वारंट जारी हुआ। लेकिन रोपड़ जेल अधिकारी अंसारी को बीमार बताते रहे।
मोहाली मामले में 2 साल से चार्जशीट दाखिल नहीं हुई है। लेकिन फिर भी अंसारी वहां जमानत नहीं मांग रहा है, मिलीभगत साफ दिख रही है। कानून से बचने के लिए ये आधार नहीं हो सकता कि वो किसी दूसरे राज्य में शरण ले। उसे ट्रायल के लिए उसे यूपी भेजा जाए। बुधवार को सुनवाई से पहले यूपी सरकार ने ये हलफनामा दाखिल किया था और मुख्तार अंसारी को पंजाब से यूपी के जेल में ट्रांसफर करने की मांग की।