जिस चौखट से उठने वाली थी दुल्हन की डोली, वहां से उठी पिता और भाई की अर्थी
बिहार के कटिहार में हुए भयानक हादसे में 7 लोगों की जान चली गई। इसमें बाप बेटे और तीन पड़ोसी भी शामिल है। अब सभी के शवों को एक साथ गाँव लाकर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस हादसे के बाद समस्तीपुर के रोसड़ा में रहने वाली एक बेटी का रो रो कर बुरा हाल है। वह अपने भाग्य को कोसते हुए भगवान से पूछ रही है कि ये आखिर कैसा न्याय है। दरअसल हादसे में इस बेटी के पिता और भाई की भी मौत हो गई।
कुछ दिनों बाद ही लड़की की शादी होने वाली थी, लेकिन इसके पहले ही उसके पिता और भाई का निधन हो गया। अब घर में बस एक 12 साल का छोटा भाई राजू ही अकेला पुरुष बचा है। जिस घर में अगले कुछ ही दिनों में शहनाई की गूंज सुनाई देने वाली थी वहां अचानक मातम की चीख पुकार मच गई।
इस हादसे में मारे गए लोगों में लड़की के रिश्तेदार के अलावा पड़ोसी भी शामिल थे। उनके पड़ोस में ही दो मौतें हुई है। इन मृतकों के नाम रामस्वरूप साह (40) और उनके साले संतोष साह (32) है। बताया जा रहा है कि संतोष शाह कार ड्राइव कर रहे थे।
ये सभी लोग सुबह सुबह लड़की के होने वाले ससुराल में लड़के को शगुन देने के लिए टिहार कुरसेला के फुलवरिया गांव की ओर जा रहे थे। यहां रास्ते में कोसी नदी के कटरिया पुला पर इनकी गाड़ी एक ट्रक से टकरा गई। यह ट्रक पूर्णिया से नवगछिया की तरफ जा रहा था। स्कॉर्पियों गाड़ी में सवार ड्राइवर ट्रक से साइड लेने के लिए आगे बढ़ा लेकिन तभी सामने अचानक से एक बाइक आ गई।
इस बाइके और पुल की रेलिंग से बचने के चक्कर में कार असंतुलित हो गई और ट्रक से जा टकराई। स्कॉर्पियो में टोटल 10 लोग थे, लेकिन हादसे में सिर्फ तीन ही बच सके। बाकी 7 लोगों की मौत हो गई। घायलों में से एक अर्जुन महतो ने इस घटना की जानकारी दी।
हादसे के बाद पूरे गाँव में मातम छाया हुआ है। जब एक साथ 7 लोगों का शव गाँव में लाया गया तो ये नजारा देख हर किसी की आंखें नम हो गई। अब सभी मृतकों के सामूहिक दाह संस्कार की तैयारी की जा रही है।
उधर हादसे में पिता और भाई को खोने वाली लड़की का भी रो रो कर बुरा हाल हो रहा है। अब उसका कन्यादान करने के लिए पिता मौजूद नहीं है। उसे यह शादी बिना पिता और भाई के ही करनी पड़ेगी।