अजीबोगरीब शादी: 61 साल की दुल्हन संग 8 साल के दूल्हे ने रचाई शादी, पूरा मामला जानकर हो जायेंगे हैरान!
दुनिया में हर रोज कुछ ना कुछ बहुत ही अजीब होता है। कई बार तो इतनी अजीब घटना होती है कि सुनकर अपने कानों पर यकीन ही नहीं होता है। पूरे विश्व में अनेक तरह की मान्यताएं और परम्पराएं हैं। हर कोई अपने-अपने तरह से अपनी परम्परा का निर्वहन करता है। हर देश की एक ही चीज को लेकर अलग-अलग मान्यताएं और परम्पराएं हैं। शादी को ही ले लीजिये।
भारत में शादी करने के लिए लड़के और लड़की की उम्र का निर्धारण किया गया है। उस निर्धारित उम्र से कम का होने पर दोनों को जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है। लेकिन कुछ ऐसे देश भी हैं, जहां इस तरह का नियम नहीं है। शादी को दो लोगों के बीच का वो प्यार का बंधन होता है, जिसकी वजह से वंशवृद्धि होती है। अक्सर शादी को लेकर कई तरह की खबरें सुनने को मिलती हैं।
दिल मिलने पर उम्र नहीं रखती मायने:
ऐसा कहते हुए अक्सर आपने सुना होगा कि जब दिल मिल जाते हैं तो उम्र कोई मायने नहीं रखती। हालांकि यह बात एक खास उम्र पर तो लागू हो जाती है, लेकिन आज हम आपको जिस घटना के बारे में बताने जा रहे हैं, उसपर तो कत्तई लागू नहीं होती है। आज हम आपको दक्षिण अफ्रीका के एक अजीबोगरीब शादी के बारे में बताने जा रहे हैं। यक़ीनन इस शादी के बारे में सुनकर आप हैरान हो जायेंगे।
परम्परा निभाने के लिए हुई शादी:
इस शादी के बारे में जिसने भी देखा या सुना उसके होश उड़ गए। हालांकि यह शादी कानूनी तौर पर नहीं हुई है, बल्कि एक परम्परा को निभाने के लिए हुई है। दरअसल यह शादी हुई है 61 साल की दुल्हन शबानगू और 8 साल के दूल्हे सोनेले मैसिलेला की। दक्षिण अफ्रीका के श्वान में यह अनोखी शादी हुई है।
दादा की आखिरी इच्छा थी पोते को दूल्हे के रूप में देखना:
स्कूल में पढ़ने वाले सोनेले मैसिलेला और 5 बच्चों की मां शबानगू ने लगभग 100 लोगों की मौजूदगी में एक दूसरे को अंगूठी पहनाई। मैसिलेला की मां ने बताया कि उसके दादा की आखिरी इच्छा थी कि वह मरने से पहले अपने पोते को दूल्हे के रूप में देखें। उनकी आखिरी इच्छा पूरी करने के लिए और अपने परिवार को आने वाले खतरे से बचाने के लिए हमें ऐसा करना ही पड़ा। शादी को केवल परम्परा के तौर पर किया गया है। इस शादी का कोई कानूनी आधार नहीं है।