मौत के बाद इंसान को कैसा महसूस होता है? पढ़ें हैरान कर देने वाले किस्से
मौत के बाद इंसान का क्या होता है? क्या उसकी आत्मा भटकती है? क्या वह किसी और दुनिया में चला जाता है? या फिर ऐसा कुछ भी नहीं होता और मौत के बाद इंसान का वजूद ही मीट जाता है? ये कुछ ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब विज्ञान आज तक नहीं खोज पाया है। हालांकि हमे कई लोग मौत के बाद कि ज़िंदगी के किस्से सुनाते रहते हैं। डॉ ब्रूस ग्रेसन ने ऐसे ही मौत के बाद के किस्सों पर ‘आफ्टर’ नाम की एक किताब लिखी है।
इस किताब में डॉ ब्रूस ग्रेसन ने हॉली नाम की एक महिला के बारे में बताया है। नींद की गोलियों के ओवरडोज के चलते हॉली की नाड़ी बंद हो गई थी। उसकी दोस्त सुजान उन्हन हॉपसीटल लेकर आई थी। हॉली तब ऑपरेशन थिएटर में पड़ी थी जबकि डॉ ब्रूस ग्रेसन उसकी दोस्त सुजान को लेकर नीचे कुछ पूछताछ करने चले गए थे। यहां डॉक्टर की टाई पर टोमैटो सॉस गिरा था जिसके चलते उन्हें अपनी टाई बदलनी पड़ी थी।
बाद में डॉक्टर ऑपरेशन थिएटर पहुंचे और बेहोश पड़ी हॉली के सीने पर शॉक देकर उसकी साँसे वापस लौटाई। जब हॉली को होश आया तो उसने डॉ ब्रूस को बताया कि जब वे उसकी दोस्त के साथ नीचे गए थे तब वह उनका पीछा करते हुए गई थी। वहां आपकी टाई पर कुछ लगा था जिसे आप ने बाद में बदला था। ज्ञात हो कि जब ये घटना हुई तब हॉली की सांसे बंद थी और उसका शरीर ऑपरेशन थिएटर में पड़ा था।
हॉली की यह बातें सुन डॉ ब्रूस हैरान रह गए और उन्होंने मौत के बाद की ज़िंदगी पर रिसर्च करना शुरू कर दी। उन्होंने अपनी किताब में एक और दिलचस्प किस्सा लिखा है जो कि 56 साल के लॉरी ड्राइवर अल सुलिवन का है। हार्ट अटैक आने की वजह से अल सुलिवन बेहोश हो गए थे और उनके दिल ने ऑल्मोस्ट काम करना भी बंद कर दिया था। ऑपरेशन पूरा हुआ और उन्हें होश आ गया। बाद में उन्होंने ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर से पूछा कि वह उनका हाथ घूमा कर चीजों को क्यों दिखा रहे थे।
डॉ ब्रूस ग्रेसन बाते हैं कि अल सुलिवन के ऑपरेशन के दौरान वह बगल में ही थे। ऑपरेशन करने वाला डॉक्टर अल सुलिवन के बेहोश शरीर का इस्तेमाल कर वहां मौजूद डाकटरों को चीजों की ओर इशारा कर रहे थे। डॉक्टर का ये रवैया देख डॉ ब्रूस ग्रेसन को भी गुस्सा आया था। हालांकि उन्हें यह जान हैरानी हुई कि मरीज बेहोश होने के बावजूद ये सब जानता था। मरीज का दावा है कि ऑपरेशन के दौरान वह अपने शरीर के पास ही था और सबकुछ देख रहा था।
बाद में डॉ ने उन्हें सफाई देते हुए बताया कि वह मरीज के हाथों का इस्तेमाल चीजें मँगवाने के लिए इसलिए कर रहे थे ताकि हर जगह किसी का हाथ न जाए और उन्हें इंफेक्शन न फैल जाए। एक अन्य किससे में डॉ ब्रूस ने बताया कि एक मरीज ने ऑपरेशन के समय अपनी 20 साल पहले मर चुकी मां को देखने का दावा किया था। उसकी मां उसे यंग अवतार में दिखी थी।