बच्चों को दे दी अगर आपने यह एक चीज, तो हो जाएगा पूरे कुल का नाम रोशन
चाहे व्यक्ति विशेष हो या फिर समाज हो. हर किसी के लिए सदियों पहले आचार्य चाणक्य ने बेहद ही महत्पूर्ण बातें कही है. चाणक्य नीति में कई ऐसी बातें लिखी हुई है जो किसी भी इंसान को अच्छे से जीने का तरीका सिखा सकती है. आचार्य चाणक्य के कई ऐसे विचार है, जो सदियों बाद भी लोगों को काम आ रहे हैं और आगे भी आते रहेंगे.
आचार्य चाणक्य ने कई ज्ञानवर्धक बातें बताई है. ऐसे ही आचार्य चाणक्य ने बताया है कि, ‘जिस तरह सारा जंगल केवल एक ही सुगंध भरे वृक्ष से महक जाता है, उसी तरह एक ही गुणवान पुत्र पूरे कुल का नाम बढ़ाता है.’ आचार्य चाणक्य का यह साफ़ तौर पर कहना है कि, अगर किसी का पुत्र अच्छा होता है तो वह अकेला ही अपने पूरे कुल का नाम रोशन कर देता है.
आचार्य चाणक्य की बातें कई बार कड़वी भी दिखाई पड़ती है, हालांकि यह कहा भी तो गया है कि, सच कड़वा होता है. अतः सुनने पर आचार्य चाणक्य की ये बातें कड़वी जरूर लग सकती है, लेकिन ये मानव जीवन में बहुत गहरा प्रभाव छोड़ती है, मानव इन पर अमल करें तो इसमें उन्हें अपना हित ही नज़र आएगा.
आचार्य चाणक्य ने माता, पिता, बहन, भाई, स्त्री, पुरुष, राजा, रंक आदि पर तरह-तरह की बातें कही है. ऐसे ही चाणक्य ने गुणवान पुत्र को लेकर भी महत्वपूर्ण बात कही है. चाणक्य सुगंध भरे वृक्ष को गुणवान पुत्र की संज्ञा देते हुई कहते हैं कि, वह पूरे जंगल यानी कि पूरे कुल का नाम रोशन कर देता है.
गौरतलब है कि, आज की इस भाग-दौड़ भरी ज़िंदगी में बच्चों को अच्छे और बेहतर संस्कार देना माता-पिता और एक परिवार का परम कर्त्तव्य है. लेकिन समय के साथ इस काम में अभाव देखा जा रहा है. समय बदल रहा है और लोगों से आगे निकलने की होड़ एवं पैसा कमाने की जद्दोजहद में मानव संस्कारों के साथ ही संस्कृति को भी पीछे छोड़ रहा है. लेकिन आचार्य चाणक्य द्वारा कही गई बातों पर गौर किया जाए और उन पर अमल किया जाए तो आपको इन मुश्किलों का, इन स्थितियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. अगर माता-पिता अपने बच्चे को अच्छे संस्कार प्रदान करेंगे तो बच्चे का तो भविष्य संवरेगा ही साथ ही माता-पिता और उनके पूरे कुल का नाम भी स्वतः ही रोशन हो जाएगा.