पहले जीता फेमिना मिस इंडिया की रनरअप का ताज, अब लोगों का दिल जीत रही रिक्शे वाले की बेटी
वीएलसीसी फेमिना मिस इंडिया की फर्स्ट रनरअप का ताज अपने सिर पर सजा चुकी मान्या सिंह सोशल मीडिया पर लगातार सुर्ख़ियों में बनी हुई है. यह खिताब जीतने वाली मान्या सिंह आम लोगों का दिल भी जीतने में पीछे नहीं रही. मान्या सिंह की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर जोर-शोर से वायरल हो रही है, इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि वे किस सादगी के साथ नज़र आ रही हैं.
गौरतलब है कि, मान्या सिंह हाल ही में फेमिना मिस इंडिया की फर्स्ट रनरअप रही है. वे इस ख़िताब को जीतने से महज एक कदम दूर रह गई है, लेकिन लोगों का दिल जीतने में उन्होंने कोई कसार नहीं छोड़ी. जब से उन्होंने इस खिताब पर कब्जा जमाया है, तब से वे लगातार सुर्ख़ियों में है और हाल ही में उनकी सादगी ने उन्हें फिर से चर्चाओं में ला दिया है.
बता दें कि, मान्या सिंह एक मध्यमवर्गीय परिवार से संबंध रखती है. उनके पिता एक रिक्शा चालक है और वे काफी संघर्षों के बाद आज इस मुकाम तक पहुंच पाई है. हाल ही में जब मान्या सिंह अपने माता-पिता के साथ मुंबई के एक कॉलेज में आयोजित सम्मान समारोह में शिरकत करने के लिए आई तो उन्हें देखकर हर कोई दंग रह गया.
दरअसल, मान्या सिंह अपने पिता ओमप्रकाश सिंह के रिक्शा में सवार होकर इस सामरोह में पहुंची थी. पिता रिक्शा चला रहे थे और वे एवं उनकी मां पीछे बैठी हुई थी. उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर ख़ूब वाहवाही लूट रही है. लोग कह रहे हैं कि चाहे मान्या सिंह फेमिना मिस इंडिया की फर्स्ट रनरअप रही हो, लेकिन उनके लिए वे विजेता के समान ही है.
एक तस्वीर में देखा जा सकता है कि, मान्या सिंह तिरंगे के साथ नज़र आ रही हैं. अपने करियर में इतनी बड़ी सफ़लता हासिल करने के बाद भी मान्या सिंह का जमीन से जुड़ा हुआ रहना लोगों को बहुत पसंद आ रहा है. लोग मान्या की जमकर तारीफें कर रहे हैं.
मां के छुए पैर…
जैसे ही मान्या सिंह अपने माता-पिता के साथ रिक्शा पर सवार होकर समारोह स्थल पर पहुंची तो उन्होंने ऑटो से उतरने के बाद अपनी मां के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया. मां ने भी अपनी इस होनहार बेटी को बेहद प्यार से गले लगाकर उसे आशीर्वाद दिया. इस अवसर पर मान्या की मां काफी भावुक हो गई थी, वहीं मान्या के पिता ओमप्रकाश की आंखें भी इमोशनल हो गई थी. जानकारी के मुताबिक़, सम्मान समरोह के दौरान भी एक गजब का नजारा देखने को मिला जब मान्या ने अपने माता-पिता के माथे पर अपने ताज को सजा दिया.
गौरतलब है कि, मान्या सिंह उत्तर प्रदेश के देवरिया की रहने वाली हैं. जब मान्या महज 14 वर्ष की थी, तो उन्होंने करियर बनाने के लिए मुंबई का रूख किया था. बेटी के लिए माता-पिता ने भी देवरिया छोड़ दिया और वे भी मान्या के साथ ‘मायानगरी’ मुंबई आ गए. बताया जाता है कि, मुंबई आने के बाद मान्या ने पिज्जा हट में नौकरी भी की है.