अब पेट्रोल-डीजल की भी होगी होम डिलीवरी, पेट्रोलियम मंत्रालय ने ट्वीट करके दी जानकारी!
पीएम मोदी की सरकार जनता की सुविधा और संसाधनों के स्मार्ट प्रयोग के लिए हमेशा तत्पर रहती है. शुक्रवार को पेट्रोलियम मंत्रालय ने ट्वीट करके बताया कि मंत्रालय अब पेट्रो उत्पादों की होम डिलीवरी जैसी सुविधा उपलब्ध कराने से जुडी एक योजना पर काम कर रहा है. मंत्रालय ने बताया कि इसका उद्देश्य पेट्रोल पम्पों और फ्यूल स्टेशनों पर होने वाली भीड़ को कम करना है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में लगभग 35 करोड़ लोग हर रोज पेट्रोल पम्पों पर ईंधन लेने जाते हैं. मंत्रालय का विचार है कि एक ऐसी योजना लायी जाये जिसके माध्यम से प्री बुकिंग पर ग्राहकों को पेट्रोल और डीजल की होम डिलीवरी उपलब्ध कराई जा सके जैसे कि एलपीजी और अन्य उत्पादों के लिए कराई जाती है. मंत्रालय ने ट्वीट करके कहा कि मंत्रालय ऐसी योजना पर विचार कर रहा है और इससे लोगों के समय और श्रम की बचत होगी.
पेट्रोल-डीजल: मंत्रालय ने ट्वीट करके दी जानकारी-
“Options being explored where petro products may be door delivered to consumers on pre booking” @dpradhanbjp (1/2)
— Ministry of Petroleum and Natural Gas (@PetroleumMin) April 21, 2017
“This would help consumers avoid spending excessive time and long queues at fuel stations” @dpradhanbjp (2/2)
— Ministry of Petroleum and Natural Gas (@PetroleumMin) April 21, 2017
इसके अलावा पेट्रोलियम मंत्री ने बीते दिनों लोकसभा में जानकारी दी थी कि पेट्रोलियम पदार्थों की कैशलेस खरीदफरोख्त में भी इजाफा हुआ है. पहले जहां देश भर में औसत रूप से 150 करोड़ रूपये की कैशलेस बिक्री दर्ज की जा रही थी वहीं अब यह आंकड़ा बढ़कर 400 करोड़ रूपये तक हो गया है. लोगों ने कैशलेस भुगतान को अपनाया है. गौर करने वाली बात यह है कि भारत में केवल रसोई में उपयोग की जाने वाली एलपीजी का ही होम डिलीवरी होता है. बाकी के अन्य ईंधन और पेट्रोलियम पदार्थ फ्यूल स्टेशनों पर ही उपलब्ध होते हैं.
पेट्रोलियम और ईंधन के उपभोग से जुड़े कई प्रयोग सरकार कर रही है, कुछ ही दिनों पहले सरकार ने ईंधन के मूल्यों की अंतरराष्ट्रीय मूल्यों से समानता बनाये रखने के लिए देश के 5 शहरों में फ्लेक्सी प्राइसिंग स्कीम लागू करने की योजना बनाई है. इसकी तहत हर रोज पेट्रोल और डीजल के दामों में बदलाव होगा और इनका निर्धारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में ईंधन के मूल्यों के आधार पर होगा. अभी भारत में हर 15 दिन पर पेट्रो कीमतों की समीक्षा होती है.
गौर करने वाली बात यह है कि भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा पेट्रोलियम उपभोक्ता राष्ट्र है. भारत में प्रतिवर्ष लगभग 2500 करोड़ रूपये के ईंधन की बिक्री होती है.