हमारा इतिहास गलत लिखा गया, इतिहास लिखने वालों ने गुलामी की मानसिकता के साथ लिखा -नरेंद्र मोदी
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मंगलवार को महाराजा सुहेलदेव स्मारक और चित्तौरा झील के विकास कार्य की आधारशिला रखी. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि देश के इतिहास को लिखने में बड़ी नाइंसाफी हुई है. भारत का इतिहास सिर्फ वो नहीं है जो देश को गुलाम बनाने वालों गुलामी की मानसिकता के साथ इतिहास लिखने वालों ने लिखा है. भारत का इतिहास वो भी है जो भारत की सामान्य जन की लोककथाओं में रचा बसा है. जो पीढ़ियों सेआगे बढ़ता चला है.
आज भारत के महान लोगों का याद करना उनसे प्रेरणा पाना भी बहुत जरुरी है. यह दुर्भाग्य है कि उन नायकों को वह स्थान नहीं दिया गया, जिसके वह हकदार थे. इतिहास रचने वालों के साथ इतिहास लिखने के नाम पर ऐर फेर करने वालों ने जो अन्याय किया उससे अब आज का भारत सुधार रहा है. सही कर रहा है.
आज का भारत गलतियों से देश को मुक्त कर रहा है. नेता जी सुभाष चंद्र बोस जो आज़ाद हिन्द सरकार के पहले प्रधानमंत्री थे. क्या उनकी इस पहचान को, आज़ाद हिन्द फौज के योगदान को वह महत्त्व दिया गया जो उन्हें मिलना चाहिए था ? आज उनकी पहचान को हमने देश और दुनिया के सामने सशक्त किया.
प्रधान मंत्री मोदी ने कहा कि देश की 100 से ज्यादा रियासतों को एक करने वालों ने सरदार पटेल जी के साथ क्या किया गया. देश का बच्चा बच्चा इस बात को अच्छे से जानता है. आज दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा स्टेच्यू और यूनिटी सरदार पटेल जी की है जो हमें प्रेरणा दे रही है. देश के संविधान में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले अहम् भमिका निभाने वाले बाबा साहेब आम्बेडकर को भी सिर्फ राजनीतिक चश्मे से ही देखा गया है. आज हमने भारत से लेकर इंग्लैंड तक बाबा साहेब के स्थानों को पांच तीर्थ के रूप में विकसित किया जा रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के अनेक ऐसे सेनानी हैं, जिनके योगदान को अनेक वजहों से सम्मान नहीं दिया गया. चौरी-चौरा के वीरों के साथ जो हुआ, वो क्या हम भूल सकते हैं? महाराजा सुहेलदेव और भारतीयता की रक्षा के लिए उनके प्रयासों के साथ भी यही व्यवहार किया गया. महाराजा सुहेलदेव जी के भव्य स्मारक के शिलान्यास का सौभाग्य मिला है. ये आधुनिक और भव्य स्मारक, ऐतिहासिक चित्तौरा झील का विकास, बहराइच पर महाराजा सुहेलदेव जी के आशीर्वाद को हमेशा बनाये रखेगा.
इसके साथ ही मोदी ने कहा कि पुरे प्रदेश में विकास और तीर्थ स्थलों का तेज़ी से विकास किया जा रहा है. बीते कुछ सालों में देश भर में इतिहास, आस्था, अध्यात्म, संस्कृति से जुड़े जितने भी स्मारकों का निर्माण किया जा रहा है, उनका बहुत बड़ा लक्ष्य पर्यटन को बढ़ावा देने का भी है. आज देश के तीन सबसे ज्यादा पर्यटक स्थलों में यूपी का नाम आता है. उत्तर प्रदेश तो पर्यटन, तीर्थाटन दोनों के मामले में समृद्ध भी है
महाराजा सुहेलदेव कौन थे
आपको बता दें कि महाराजा सुहेलदेव श्रावस्ती के राजा थे. जिन्होंने आक्रमणकारी गाजी सैय्यद सालार मसूद को बहराइच में शिकस्त दी थी. इससे पहले बीजेपी के नेता अमित शाह ने भी भारत-नेपाल सीमा के पास बहराइच जिले में सुहेलदेव की एक प्रतिमा का अनावरण किया था.