ऑटो ड्राइवर की बेटी हैं मिस इंडिया 2020 की रनर अप मान्या सिंह, बेहद गरीबी में बीता है बचपन
साल 2020 के फेमिना मिस इंडिया इवेंट का आयोजन 10 फरवरी 2021 को हुआ। जिसमें हैदराबाद की मनसा को मिस इंडिया 2020 चुना गया। इसके बाद मनसा वाराणासी सोशल मीडिया के सुर्खियों में छा गईं। खैर, इस प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश के ऑटो रिक्शा ड्राइवर की बेटी को सेकेंड प्राइज मिला है।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की मान्या सिंह भले ही मिस इंडिया 2020 का खिताब जीतने में नाकामयाब रही हों, मगर खूबसूरती के मामले में वो किसी एक्ट्रेस से कम नहीं हैं। ऐसे में मान्या सिंह की चर्चा भी हर जगह हो रही है और वो खूब तारीफें बटोर रही हैं। इतना ही नहीं मान्या सिंह की तारीफ में 2017 की मिस वर्ल्ड रह चुकीं हरियाणा की मानुषी छिल्लर ने भी पुल बांधे हैं।
मानुषी ने मिस इंडिया 2020 के रनर अप मान्या की जमकर तारीफ की है। वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मान्या सिंह का ये सफर बिल्कुल भी आसान नहीं था। एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर की बेटी होकर, एक ब्यूटी कॉन्टेंस्ट में जाकर रनर अप का खिताब मान्या के लिए काफी कठिन सफर था।
खैर, मान्या ने तो मिस इंडिया 2020 बनने का ख्वाब देखा था मगर वो इस मुकाम को हासिल नहीं कर सकीं। लेकिन उनकी मेहनत, लगन और अपने लक्ष्य के प्रति समर्पण भाव को देखकर हर कोई उनका कायल हो रहा है। यही नहीं सोशल मीडिया पर उनकी काफी चर्चा भी हो रही है। तो आइए जानते हैं, मान्या सिंह के संघर्ष की पूरी कहानी…
ऐसी है मान्या के संघर्ष की कहानी..
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मान्या यूपी के एक ऑटो ड्राइवर की बेटी हैं। ऐसे में मिस इंडिया 2020 में पहुंचने का उनका सफर काफी स्ट्रगल भरा रहा है। अपने संघर्ष की कहानी को उन्होंने एक इंटरव्यू में बयां किया। उन्होंने कहा कि, मैंने और मेरे परिवार ने कई रात बिना खाना खाए और बिना निंद के बिताए हैं। कई दोपहर मैंने मीलों चलकर बिताई है।
मान्या सिंह ने कहा कि खून, पसीने और आंसुओं ने मिलकर इस जीत को पाने का हौसला बढ़ाया है। मान्या ने कहा कि मैं एक ऑटो रिक्शा चालक की बेटी थी और परिवार की गरीबी की वजह से मुझे कभी स्कूल जाने का मौका नहीं मिला। वो कहती हैं कि पैसे कमाने के लिए उन्होंने टीनेज में ही काम करना शुरू कर दिया था।
मान्या सिंह यहीं नहीं रूकीं बल्कि उन्होंने आगे कहा कि वो अपना डिग्री खत्म करना चाहती थीं और इसके लिए उनके घर वालों ने अपने गहने तक गिरवी रख दिए थे। मान्या कहती हैं कि मेरे आराम के लिए मेरे माता पिता ने बहुत कुछ सहा है। मान्या ने कहा, वो दिन में पढ़ाई करती थीं, शाम को बर्तन धोने जाती थीं और रात को कॉल सेंटर में काम करती थीं।
मिस इंडिया 2020 की रनर अप मान्या सिंह ने कहा, रिक्शे के पैसे बचाने के लिए मैं घटों पैदल चलती थी और आज फेमिना मिस इंडिया के स्टेज पर हूं। मैं अपने माता पिता और भाई को गौरवान्वित कराने के लिए ये कहना चाहती हूं कि अगर आप अपने सपनों के लिए दिन रात मेहनत करते हैं तो एक दिन आप जरूर कामयाब होंगे।