लोगों की नज़रों में गिरना है तो जरूर करें यह काम, चाणक्य ने कहे है बहुत ही कारगर वचन
आचार्य चाणक्य ने सदियों पहले कई ऐसी बातें कही है, जो आज भी मानव जीवन के लिए बहुत उपयोगी साबित होती है. आचार्य चाणक्य की कही गई बातों का किसी के पास कोई तोड़ नहीं है. आचार्य चाणक्य ने समाज और व्यक्ति विशेष के लिए कई महत्वपूर्ण बातें बताई है. इन्हीं में से एक बात हम आपको बताएंगे कि, आखिर धोखा देने वाला व्यक्ति किसी का प्रिय नहीं होता है. आचार्य चाणक्य ने विस्तार से इस संबंध में अपने विचार रखे है.
आचार्य चाणक्य बताते है कि, जो व्यक्ति किसी को धोखा देता है, वह कभी भी किसी से भी सम्मान नहीं पाता है. ऐसा व्यक्ति किसी को भी प्रिय नहीं होता है. धोखा देने की प्रवृत्ति वाले लोगों को उचित भी नहीं समझा जाता है. इस बात में कोई दो राय नहीं है कि, धोखा देना या किसी के साथ बुरा करना मानव के स्वभाव में शामिल है, लेकिन इससे हम खुद को मिलने वाले सम्मान को खो देते हैं, हमारे सम्मान को इससे हानि पहुंचती है. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि, ऐसे लोगों से हर कोई दूर रहता है. क्योंकि ऐसे लोग दूसरों के लिए नुक़सानदायक साबित होते है.
धोखा देने का मतलब खुद का नुक़सान करना…
आपको जानकारी के लिए बता दें कि, आचार्य चाणक्य किसी व्यक्ति द्वारा सामने वाले को धोखा देना मतलब खुद का नुक़सान मानते हैं. जो लोग अपने स्वार्थ के लिए दूसरों को धोखा देते हैं, ऐसे लोग समाज में सम्मान नहीं पाते हैं. किसी भी व्यक्ति द्वारा सम्मान उसके जीवन में अहम स्थान रखता है और इसकी हानि या कमी होने पर वह आत्म ग्लानि महसूस कर सकता है. अतः किसी को धोखा देने से पहले खुद के बारे में अवश्य सोच विचार कर लें
लालच के लिए किसी को धोखा देना अनुचित…
गौरतलब है कि, धोखा किसी भी प्रकार का हो सकता है. कोई स्वार्थ के लिए कोई धन के लिए तो कोई मोह भंग होने पर किसी को भी धोखा दे सकता है. आचार्य चाणक्य कहते है कि, किसी को भी अपने लालच के लिए सामने वाले व्यक्ति को धोखा नहीं देना चाहिए. ऐसा करने पर व्यक्ति सामने वाले की नज़रों में तो गिरता ही है, साथ ही वह खुद की नज़रों में भी छोटा साबित हो जाता है.
खो देता है विश्वास…
आचार्य चाणक्य ने यह भी बताया है कि, धोखा देने वाला व्यक्ति सामने वाले की नज़रों में गिरने के साथ ही उसके प्रति अपना विश्वास भी खो देता है. किसी का भी विश्वास तोड़कर पुनः विश्वास कराना बहुत मुश्किल होता है.