अपने किरदारों से इस कदर दुनिया के विलन बन गए थे अभिनेता प्राण, लोग कहते थे इन्हे घर मत लाया करो
आज अभिनेता प्राण की शुक्रवार (12 फरवरी) को 101वीं बर्थ एनिवर्सरी है. प्राण का जन्म पुरानी दिल्ली के बल्लीमारां में हुआ था. अभिनेता प्राण का पूरा नाम प्राण कृष्ण सिकंद था. प्राण ने फिल्मों में अपनी अदाकारी से हर किरदार को पहचान दिलाई थी. प्राण के तीन भाई और तीन बहनें थी. उन्हें फोटोग्राफी का भी काफी शौक था. उन्होंने देश के बंटवारे से पहले कई हिंदी और पंजाबी फिल्मों में अभिनय किया था.
आपको जानकर हैरानी होगी कि अभिनेता प्राण ने आज़ादी से पहले वर्ष 1942 से 46 तक लाहौर में 22 फिल्मों में काम किया था. इसके बाद जब भारत से पाकिस्तान अलग हुआ तो प्राण भारत आ गए. भारत में उन्हें बतौर विलन एक नई और बड़ी पहचान मिली. आज हम आपको प्राण और उनकी जिंदगी इसे जुड़े कुछ रोचक तथ्य बताते है.
प्राण 1950 से 1980 यानी 4 दशकों तक बॉलीवुड के मशहूर विलेन बनकर रहे. उनकी लोकप्रियता विलेन के रूप में बढ़ती ही जा रही थी. वह इतने मशहूर हो चुके थे कि रियल लाइफ में भी लोग उन्हें उसी तरह का समझने लगे थे. एक बार का किस्सा है, प्राण दिल्ली में अपने किसी दोस्त के घर गए तो उसने अपनी बहन को प्राण से मिलवाया. इसके बाद जब प्राण दिल्ली में अपने होटल में लौटे तो उनके दोस्त ने फोन करके बताया कि उसकी बहन कह रही थी कि ऐसे बदमाश और गुंडे आदमी को घर लेकर क्यों आते हो? प्राण ने अपने किरदारों को लेकर कहा था कि उन्हें हीरो बनकर पेड़ के पीछे अभिनेत्री को लेकर झूमना अच्छा नहीं लगता.
प्राण को पहली फिल्म मिलने का किस्सा भी अजीब है, अपनी जवानी के दौर में प्राण लाहौर के एक स्टूडियो में काम करते थे. उसी समय वह एक दुकान के बाहर सिगरेट पी रहे थे तो उन्हें प्रोड्यूसर दलसुख एम. पंचोली के साथ काम करने वाले राइटर वली मोहम्मद ने देखा और फिल्म में काम करने के लिए ऑफर दिया. यही से उन्हें पहली बार 1940 में फिल्म यमला जट में काम मिला.
इसके बाद 1947 में प्राण 22 फिल्मों में काम करने के बाद पत्नी और एक साल के बेटे अरविंद को लेकर भारत में मुंबई में आ गए. मुंबई आने के बाद कई महीनों तक उन्हें काम नहीं मिला. इस दौरान उन्होंने आर्थिक तंगी का भी सामना किया. इसके बाद उन्हें देव आनंद स्टारर फिल्म ‘जिद्दी’ में काम मिला. आपको बता दें कि 1960 से 70 के दशक में प्राण की फीस 5 से 10 लाख रुपए हुआ करती थी. उस समय केवल राजेश खन्ना और शशि कपूर को ही उनसे ज्यादा पैसे मिलते थे.
अगर बॉलीवुड को महानायक अमिताभ बच्चन मिले है तो इसका पूरा श्रेय भी प्राण को ही जाता है. फिल्म ‘जंजीर’ पहले धर्मेंद्र, देव आनंद और राजकुमार को ऑफर हुई थी. जब इन तीनों अभिनेताओं ने जंजीर को ठुकरा दिया तो एक दिन प्राण ने फिल्म के प्रोड्यूसर-डायरेक्टर प्रकाश मेहरा को अमिताभ बच्चन को फिल्म में लेने की सलाह दी थी. प्रकाश मेहरा के मुताबिक प्राण ने उनसे कहा था कि वह भविष्य के उभरते हुए सितारे है. मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल में 2013 में सांस लेने में दिक्कत होने के बाद 93 साल की आयु में प्राण का निधन हुआ.