इस महान व्यक्ति की पूरी दुनियी को बदल दिया एक अनपढ़ बुढ़िया ने, जानें पूरी कहानी!
बहुत समय पहले की बात है एक बार प्रसिद्ध खगोलशास्त्री अल ख्वारिज्मी एक गांव की सैर करने निकले। वह इतने विद्वान थे कि वह तारों की गति को देखकर किस भी व्यक्ति के जीवन की गति के बारे में बता दिया करते थे। उस समय तारों की गणना में उनका कोई मुकाबला करने वाला नहीं था। दूर-दूर तक उनके गुण की चर्चा होती थी।
रात के समय वह सैर पर थे तो तारों भरा आसमान देखते हुए जा रहे थे। चुंकि वह ऊपर ही देख रहे थे, इसलिए उन्हें नीचे की कुछ भी चीज दिखाई नहीं दे रही थी। अचानक उनके पैर के नीचे एक गड्ढा आ गया। वह गहरे गड्ढे में गिर गए, वह गड्ढे में गिरने के बाद मदद के लिए चिल्लाते रहे, लेकिन दूर-दूर तक उनकी आवाज सुनने वाला कोई नहीं था।
काफी समय बीत जाने के बाद वहां से एक बुढ़िया गुजरी। उसने उन्हें गड्ढे में गिरा हुआ देखा। काफी मेहनत के बाद वह अनपढ़ बुढ़िया उनको बाहर निकालने में कामयाब हो पायी। निकलने के बाद अल ख्वारिज्मी ने बुढ़िया को धन्यवाद किया। बुढ़िया उनका धन्यवाद सुनकर मुस्कुराई और आगे चल पड़ी। यह देखकर अल ख्वारिज्मी ने बुढ़िया से कहा कि आपने शायद मुझे पहचाना नहीं, मैं मशहूर ज्योतिषी हूं।
मैं तारों की गति देखकर आपके भविष्य के बारे में बता सकता हूं। आपने मेरी मदद की है, इसलिए मैं आपके आने वाले कल में बारे में बता सकता हूं। यह सुनकर बुढ़िया ने कहा कि जमीन के गड्ढे के बारे में तो तुम्हें कुछ पता ही नहीं है क्या खाक भविष्य के बारे में जानते हो। पहले जहां चल रहे हो उसके बारे में जान लो फिर तारों की गति पढ़ना।
यह बात अल ख्वारिज्मी को दिल में चुभ गयी, हालांकि इसमें कुछ गलत नहीं था। उन्होंने सोचा कि जब जमीन के बारे में पता ही नहीं है तो आसमान के बारे में जानकर क्या करेंगे। इसके बाद उन्होंने अपना जीवन पाताल की खोज में बिता दिया। इसके बाद दुनिया में उन्होंने सबसे महान भूगर्भशास्त्री के रूप में नाम कमाया। सच ही कहा गया है जिस दिन हम सच्चाई के बारे में जान लेते हैं, उसी दिन से दुनिया को आसान करने की राह बनती चली जाती है। सभी को अपने ज्ञान पर गर्व करने की बजाय कुछ नया सीखते रहना चाहिए।