भारत के हक में सचिन तेंदुलकर के दिए बयान पर भड़के CM बघेल, कहा- उनका खेती से क्या लेना-देना
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर पर निशाना साधा है और इन्हें किसान आंदोलन पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी न करने की सलाह दी है। दरअसल भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलकर ने विदेशी सेलिब्रिटीज द्वारा किसान आंदोलन के मुद्दे पर भारत की आलोचना करने पर आपत्ति जताई थी। सचिन तेंदुलकर की इस आपत्ति पर अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान आया है और इन्होंने सचिन तेंदुलकर से सवाल पूछते हुए कहा है कि उनका खेती से क्या लेना-देना है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि उन्हें खेल के लिए भारत रत्न दिया गया है। पहले अगर कभी उन्होंने बयान दिया हो तो समझ में आता है, लेकिन अचानक ऐसे क्यों उन्होंने यह बयान दिया है। उन्हें इन सबसे बचना चाहिए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने भी सचिन तेंदुलकर पर इसी प्रकार का बयान दिया था और कहा था कि उन्हें खेल के अलावा अन्य किसी भी मुद्दे पर सोच-समझकर कर बोलना चाहिए।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते अमेरिकी पॉप स्टार रिहाना, स्वीडन की पर्यावरणविद् ग्रेटा थनबर्ग, अमेरिकी पॉर्न स्टार मियां खलीफा समेत कई हस्तियों ने किसान आंदोलन को लेकर ट्वीट किया था और भारत सरकार की आलोचना की थी। इन सभी हस्तियों ने दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारी किसानों की तस्वीर भी ट्वीट की थी। इन सभी हस्तियों के ट्वीट्स पर ही सचिन तेंदुलकर की प्रतिक्रिया आई थी।
सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट कर लिखा था कि भारतीय संप्रभुता से किसी भी तरह का समझौता नहीं होगा और विदेशी ताकतें इससे दूर रहें। उन्होंने कहा कि भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी ताकतों की भूमिका दर्शक तक ही सीमित है न कि हिस्सेदार की।
India’s sovereignty cannot be compromised. External forces can be spectators but not participants.
Indians know India and should decide for India. Let’s remain united as a nation.#IndiaTogether #IndiaAgainstPropaganda— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) February 3, 2021
75 दिनों से कर रहें हैं आंदोलन
दिल्ली बॉर्डर पर पिछले 75 दिन से किसानों द्वारा आंदोलन किया जा रहा है। किसान सरकार द्वारा बनाए गए नए कृषि कानूनों के विरोध में ये प्रदर्शन कर रहे हैं। नए कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब-हरियाणा समेत अन्य राज्यों के किसान दिल्ली बॉर्डर पर 26 नवंबर से धरने पर बैठे हैं। प्रदर्शनकारियों द्वारा 26 जनवरी को दिल्ली की सड़कों पर ट्रैक्टर रैली भी निकाली गई थी। इस रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर हंगामा किया था और दिल्ली पुलिस के जवान पर हमला भी किया था।