ये है विवेक ओबेरॉय की 18 साल की कमाई, एक्टर ने की है 2.5 लाख से अधिक कैंसर पीड़ित बच्चों की मदद
दोस्तों, आप सब इस बात से भली-भांति परिचित होंगे कि कैंसर एक बहुत बड़ी और गंभीर बीमारी है. इससे बचना हर किसी के लिए संभव नहीं है. इसका इलाज भी काफी महंगा होता है. समय-समय पर लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक किया जाता है, जबकि 4 फरवरी का
दिन तो इसे ही समर्पित है. बता दें कि, दुनियाभर में 4 फरवरी को कैंसर दिवस के रूप में मनाया जाता है.
कैंसर को लेकर पूरी दुनिया में लोग आते हैं. इसे लेकर कई अभियान भी चल रहे हैं. जबकि देश-विदेश की बड़ी-बड़ी हस्तियां भी कैंसर से लड़ने में मददगार साबित होती है. ऐसा ही एक बड़ा उदाहरण है जाने-माने अभिनेता विवेक ओबेरॉय का. विवेक बता दें कि, विवेक ने पिछले 18 वर्षों में उन्होंने 2.5 लाख से अधिक वंचित बच्चों को कैंसर से लड़ने के लिए भावनात्मक और आर्थिक रूप से मदद की है.
गौरतलब है कि, कैंसर उन्मूलन अभियान के तहत गरीब और असहाय कैंसर पीड़ित बच्चों की मदद के लिए विवेक बीते 18 सालों से काम कर रहे हैं. आपको जानकारी के लिए बता दें कि, साल 2004 में विवेक कैंसर पेशेंट्स एंड एसोसिएशन (CPAA) के साथ जुड़ गए थे और वे तब से लगातार इसके साथ सक्रिय हैं.
बता दें कि, तब विवेक ने अपना जन्मदिन भी बड़े ख़ास और यादगार अंदाज में कैंसर पीड़ित बच्चों के साथ ही मनाया था और उन्होंने एक मिसाल पेश की थी. एक्टर ने कैंसर से जंग जीत चुके लोगों को आमंत्रित किया और उन्हें फरिश्ता नाम दिया था. अब भी अभिनेता इस काम में सक्रिय है और गरीब एवं असहाय कैंसर पीड़ित बच्चों की मदद वे लगातार करते रहते हैं. अब भी विवेक अपना हर जन्मदिन इन्हीं बच्चों के साथ मनाते हैं और वे बच्चों को लगातार कैंसर को मात देने के लिए उनका हौंसला बढ़ाते रहते हैं.
विवेक ओबेरॉय समाज सेवा के काम में बहुत आगे रहते हैं. एक्टर ने CPAA के साथ टाटा मेमोरियल अस्पताल के बाहर फुटपाथ पर सो रहे परिवारों को भी बचाया. इतना ही नहीं उन्हें रहने के लिए सहारा भी प्रदान किया. जबकि उनके बच्चों की परवरिश और उन्हें भयानक बीमारी से लड़ने के लिए आर्थिक रूप से मदद कर सक्षम भी बनाया. कैंसर से लड़ने की जंग में विवेक ने और भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं.
कैंसर पीड़ित बच्चों की मदद को लेकर विवेक ओबेरॉय खुद को धन्य मानते हैं और वे कैंसर पीड़ित बच्चों को ‘फरिश्ता’ नाम देते हुए कहते हैं कि, मुझे इन फरिश्तों से मिलने और अपनी क्षमता के अनुसार उनकी मदद करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. मैंने 18 सालों में ग्रामीण भारत में किसान परिवारों के 2.5 लाख से अधिक गरीब बच्चों को कैंसर, आर्थिक और भावनात्मक रूप से सहायता प्रदान की है. अभिनेता ने साथ ही इसे अपने 18 वर्षों की सबसे बड़ी उपलब्धि भी करार दिया है.