युवक को पेड़ से बांध की बेरहमी से पिटाई, जब सच्चाई सामने आई को घर छोड़ भागने लगे गांववालें
‘भेड़चाल’ यह शब्द आप सभी ने सुना होगा। इसका मतलब है कि बिना सोचे समझे दूसरों की नकल करना। जो दूसरे कर रहे हैं वही खुद भी करने लगना। यह एक बुरी आदत होती है। कई बार आप इसकी वजह से मुसीबत में भी फंस सकते हैं। अब उत्तर प्रदेश के रायबरेली के ‘पूरे छीटू सिंह मजरे सवैया हसन’ गांव का यह मामला ही ले लीजिए। यहां गांव की एक भीड़ को दूसरों की देखा देखी कर एक युवक को पीटना महंगा पड़ गया। जब युवक की सच्चाई सामने आई तो वे घर छोड़ भागने लगे। आईए विस्तार से जाने क्या है पूरा मामला..
दरअसल फतेहपुर के हथगांव थाना के पट्टी कस्बा में रहने वाला हनीफ किसी जरूरी काम से बीते गुरुवार ‘छीटू सिंह मजरे सवैया हसन’ नमक गांव आया हुआ था। यहां सुबह – सुबह ग्रामीणों ने उसे मवेशी चोर समझ दबोच लिया और पेड़ से बांधकर उसकी अच्छी खासी पिटाई कर दी। मारपीट का यह दौर काफी देर तक चला। भीड़ की मार खाकर युवक गंभीर रूप से घायल हो गया।
इस बीच किसी ने पुलिस को सूचित कर दिया। ऐसे में पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को भीड़ से छुड़वाकर अपने कब्जे में लिया। उसकी हालत ठीक न होने के चलते पुलिस ने उसे सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) पहुंचाया। कुछ समय बाद इस युवक के साथ हुई मारपीट का वीडियो भी वायरल हो गया। जल्द ये पता चला कि युवक कोई चोर नहीं है। वह बेकसूर है। उसकी बिना मतलब ही गांव वालों ने पिटाई कर दी थी।
पीड़ित युवक की शिकायत पर पुलिस ने मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। जब युवक को मारने वाले लोगों को इसकी भनक पड़ी तो वे गांव छोड़ भागने लगे। मामले की जांच कर रहे कोतवाल विनोद कुमार सिंह बताते हैं कि जिन लोगों ने भी बेकसूर युवक के साथ मारपीट की है उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। बिना कारण किसी व्यक्ति पर हमला करना अपराध है। इसकी सजा आरोपी ग्रामीणों को जरूर मिलेगी।
पुलिस के इस बयान के बाद से ही ग्रामीणों में खलबली मची हुई है। युवक की पिटाई करने वाले लोग घरों में नहीं मिल रहे हैं। वे यहां वहां भागकर छिपे बैठे हैं। उन्हें डर है कि पुलिस कहीं उन्हें पकड़ न लें। इसलिए वे पुलिस से बचने की जुगाड़ लगा रहे हैं।
वैसे अगली बार जब आप भी राह चलते किसी व्यक्ति पर अपना हाथ साफ करने जाएं तो पहले यह सुनिश्चित कर लें कि वह व्यक्ति सच में दोषी है भी या नहीं।