इस बड़ी वजह से एक बार फिर टली विदेश यात्राएं, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर 28 फरवरी तक निलंबन
भारत सरकार ने गुरुवार को अपन एक बयान में कहा है कि, निर्धारित वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन पर लगा प्रतिबंध 28 फरवरी तक जारी रहेगा. आपको बता दें कि कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के चलते ऐहतियात के तौर पर यह कदम उठाया गया है. इसके साथ ही बयान में यह भी कहा गया है कि यह प्रतिबंध अंतर्राष्ट्रीय ऑल-कार्गो संचालन और डीजीसीए द्वारा अनुमोदित विशेष उड़ानों पर लागू नहीं होगा.
बता दें कि कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन काफी घातक माना जा रहा है. शोध के मुताबिक यह इंसानों के शरीर को काफी जल्दी ख़राब कर रहा है. साथ ही मौत का कारण भी बन रहा है. यह ब्रिटेन और यूरोप जैसे देशों में काफी ज्यादा घातक साबित हो रहा है. वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार जानकारी देते हुए बताया कि नये स्वरूप से भारत में संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़ कर 165 हो गई है.
इस जारी किए गए बयान के मुताबिक, इन इंटरनेशनल अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को सक्षम प्राधिकारी द्वारा सिर्फ चुने गए मार्गो पर स्थिति के आधार पर अनुमति मिलेगी. एक ओर जहां नियमित उड़ानों पर प्रतिबंध बढ़ा दिया गया है. ज्ञात हो कि वहीं वंदेभारत मिशन के जरिये सीमित संख्या में उड़ानें भरी जा रही हैं.
भारत ने किए है कई एयर बबल समझौते
गौरतलब है कि वर्तमान में कोरोना वायरस के चलते भारत ने कई देशों के साथ ‘एयर बबल’ समझौतों पर साइन भी किया है. इस प्रकार के इंतज़ाम के अनुसार दोनों देशों के नागरिकों को किसी भी दिशा में यात्रा करने से कोई रोक टोक नहीं है. ज्ञात हो कि भारत ने कोरोना महामारी के दौरान भारतवासियों को बाहर निकालने और दूसरे देशों के फंसे नागरिकों को उनके देश भेजने के लिए ये इंतज़ाम शुरू किए थे. इस बीच दुनिया के अनेक देशों से भारतीय नागरिकों को वापस स्वदेश लाया गया है.
घरेलू उड़ानों पर कोई फर्क नहीं होगा
कोविड -19 के फैलने के कारण सम्पूर्ण देश में 25 मार्च, 2020 से लॉकडाउन लगने के कारण सभी तरह की फ्लाइट्स को बंद कर दिया गया था. इसके बाद 25 मई 2020 से घरेलु उड़ानों को दोबारा से शुरू कर दिया गया था. आपको बता दें कि इस समय लगभग सभी घरेलू उड़ानें सफलतापूर्वक उड़ रही है. इस नए नियम या पाबंदी को घरेलु उड़ानों पर नहीं लगाया गया है. भारत में सभी तरह की एयरलाइन्स कोरोना से पहले के स्तर के मुकाबले 70 प्रतिशत घरेलू यात्री उड़ानों को संचालित कर सकती हैं. घरेलू उड़ाने 30,000 यात्रियों के साथ शुरू हुई थी जोकि अब 30 नवंबर 2020 तक 2.52 लाख तक पहुंच गई है.