20 किसान नेताओं को दिल्ली पुलिस ने भेजा नोटिस, अमित शाह आज करेंगे घायल पुलिसकर्मियों से मुलाकात
ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने योगेंद्र यादव, बलदेव सिंह सिरसा, बलबीर एस राजेवाल सहित कम से कम 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी किया है। इन सभी नेताओं को पुलिस के साथ समझौता तोड़ने के चलते ये नोटिस भेजा गया है और इन्हें तीन दिनों के अंदर जवाब देने को कहा गया है। दरअसल ट्रैक्टर रैली को लेकर किसान नेताओं और दिल्ली पुलिस के बीच एक समझौता हुआ था। जिसमें दिल्ली पुलिस ने किसान नेताओं के सामने ट्रैक्टर रैली को लेकर कुछ शर्तें रखी थी। इन शर्तों पर इन नेताओं ने अपनी हामी भरी थी और शर्तों के तहत ही ये रैली निकालने की बात कही थी। लेकिन गणतंत्र दिवस के मौके पर निकली इस ट्रैक्टर रैली ने उग्र रुप ले लिया।
कल इस मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से की गई एक प्रेस वार्ता में पुलिस ने बताया कि ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के लिए किसानों को भड़काया गया था। दिल्ली पुलिस ने अपनी बात साबित करने के लिए कुछ सबूत भी मीडिया के सामने पेश किए। साथ में ये भी कहा कि आरोपियों को अब जल्द पकड़ लिया जाएगा। आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस एक नंबर भी जारी करेगी। जिस पर लोग हिंसा के वीडियो भेज सकेंगे। साथ ही जगह-जगह पर आरोपियों के पोस्टर्स भी लगाए जाएंगे। ताकि उन्हें पकड़ा जा सके।
इसी बीच ट्रैक्टर रैली के दौरान घायल हुए पुलिसकर्मियों से आज गृहमंत्री अमित शाह मुलाकात करेंगे। ये सिविल लाइंस के दो अस्पतालों का दौरा करेंगे। जिनमें से एक सुश्रुत ट्रामा सेंटर है। इस दौरान गृहमंत्री घायल पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य की जानकारी लेंगे। इस हिंसा के दौरान घायल हुए पुलिसकर्मियों को बेहतर इलाज देने के निर्देश भी गृहमंत्री द्वारा दिए गए हैं।
लाल किले की सुरक्षा बढ़ाई गई
किसानों ने गणतंत्र दिवस के मौके पर लाल किले में घुसकर काफी तोड़फोड़ की थी और लाल किले पर अपना झंडा भी फहराया था। साथ में ही पुलिसकर्मियों पर हमला भी किया था। गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान लाल किले में आंदोलनकारी किसानों के घुसने के चलते यहां की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और इस समय भी यहां पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। इतना ही नहीं दिल्ली पुलिस ने लाल किले पर हुई हिंसा के सिलसिले में दर्ज प्राथमिकी में अभिनेता दीप सिद्धू और लक्खा सिधाना का नाम दर्ज किया हैं।
अधिकारियों ने बुधवार को ये जानकारी दी और बताया कि दिल्ली पुलिस ने भारतीय दंड संहिता, सार्वजनिक संपत्ति को क्षति से रोकथाम अधिनियम और अन्य कानूनों की प्रासंगिक धाराओं के तहत उत्तरी जिले के कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया है। इनसे जल्द ही पूछताछ की जाएगी।