पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते दिल्ली बीजेपी ने 21 लोगों को पार्टी से निकाला!
बीजेपी ने शनिवार को दिल्ली की राज्य ईकाई में बड़ा फेरबदल किया. पार्टी ने 5 निवर्तमान पार्षदों सहित 21 सदस्यों को पार्टी से निष्कासित कर दिया. इन सभी का निष्कासन 6 सालों के लिए किया गया है. इन 21 सदस्यों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है. दरअसल अभी दिल्ली में म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के चुनाव होने हैं. ऐसे में पार्टी ने निर्णय लिया था कि कहीं भी निवर्तमान पार्षदों को टिकट नहीं दिया जायेगा.
पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण पार्टी से निष्कासित :
बताया जा रहा है कि 140 में से ज्यादातर पार्षद पार्टी के फैसले के पक्ष में थे लेकिन कुछ लोग पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त थे. निष्कासित किये गए सभी सदस्यों पर पार्टी के घोषित उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ने का आरोप है. निष्कासित किये गए निवर्तमान पार्षदों में रानहेला से पार्षद पंकज सिंह, नवादा से कृष्णा गहलौत, सागरपुर वेस्ट से प्रवीण राजपूत, पटपड़गंज गंज से संध्या वर्मा और न्यू अशोक नगर से निक्की सिंह शामिल हैं.
साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष मनोज चौधरी को भी पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है यह जानकारी दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर ने दी. उन्होंने बताया कि सभी 21 सदस्यों पर कार्रवाई पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने के कारण हुई और इनको 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है.
गौरतलब है कि दिल्ली महानगर के 3 म्युनिसिपल कॉरपोरेशन की 272 सीटों पर 26 अप्रैल को चुनाव होने हैं. और उसी दिन वोटों की गिनती कर पार्षदों की घोषणा भी की जाएगी. ऐसे में सभी राजनैतिक पार्टियों की दिल्ली ईकाई में जोड़तोड़ की गतिविधियां जारी हैं. इस साल बीजेपी में कुछ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी सदस्यता ली है. साथ ही पिछले साल आम आदमी पार्टी के टिकट पर एमसीडी का चुनाव लड़ने वाली सुनीता टोकस भी बीजेपी में शामिल हो गई हैं.
दिल्ली में कुल तीन म्युनिसिपल कारपोरेशन हैं, दक्षिण दिल्ली नगर निगम, उत्तर दिल्ली नगर निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम. जिनमें क्रमशः 104-104 वार्ड और 64 वार्ड हैं. 26 अप्रैल को इन सभी सीटों के लिए चुनाव होने हैं.