वैक्सीन डिप्लोमेसी से भारत ने एशिया में चीन की किया चित्त, 5 देशों को लगेगी भारत की वैक्सीन
कोरोना महामारी से लड़ने के लिए वैक्सीन बनाने में अगर कोई देश सबसे आगे है तो वह है भारत. भारत दुनिया भर में अपनी फॉर्मेसी क्षमता के लिए जाना जाता है. कोरोना वैक्सीन का सबसे ज्यादा प्रोडक्शन भी भारत में ही हो रहा है. इसी बात से भारत के पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान में खलबली मची हुई है. इसका दूसरा कारण यह है कि इस बात को लेकर भारत की तारीफ़ WHO ने भी की है. वहीं अमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी भारत के इस कदम की सराहना की है.
आपको बता दें कि भारत पिछले कुछ दिन में अपने यहां बने कोविड-19 टीकों की खेप म्यांमार, मॉरीशस, भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल और सेशेल्स को मदद के रूप में भेज चुका है. इन देशों के अलावा दक्षिण अफ्रीका, सऊदी अरब,ब्राजील और मोरक्को को ये टीके व्यावसायिक आपूर्ति के रूप में भेजे जा रहे हैं.
इस तरह भारत का रुतबा एशिया में बढ़ता जा रहा
आपको ज्ञात हो कि चीन के साथ साथ नेपाल से भी सीमा को लेकर भारत का विवाद चल रहा है. नेपाल भारत की जमीं को अपना बता रहा है. जिसके चलते भारत और नेपाल के रिश्ते में भी खट्टास आई थी. अब भारत नेपाल से कोरोना वैक्सीन के जरिये एक बार फिर अपने रिश्ते सुधार रहा है. एशिया के अन्य देश भी चीन की चीन की विस्तारवादी नीतियों से परेशान होकर भारत की तरफ ही बढ़ रहे है. एशिया में भारत के इसी प्रभुत्व को बढ़ता देख चीन बोखला गया है.
भारत ने कोरोना काल में अपने पड़ोसी देशों की हर संभव मदद की है. भारत ने एशिया में नेपाल, बांग्लादेश और भूटान में कोरोना वैक्सीन की डोज़ भेज दी है. इन देशों को देने के बाद , अफगानिस्तान को भी वैक्सीन देने की तैयारी है. वहीं नापाक-पाकिस्तान ने भी कोविशील्ड के इस्तेमाल की मंजूरी तो दे दी है लेकिन भारत सरकार की तरफ से अभी वहां वैक्सीन भेजने पर कोई फैसला नहीं किया गया है.
चीन की वैक्सीन पर अभी है विवाद के बादल
कोरोना महामारी पूरी दुनिया में चीन के हुबेई प्रांत के वुहान से फैली थी. कई बार चीन ने इस वायरस पर काबू पाने का दावा तो किया है लेकिन दुनिया अभी भी उस पर भरोसा नहीं कर पा रही है. इसक साथ ही चीन ने कहा था कि उसने इस वायरस के लिए वैक्सीन बना ली है. अभी तक उसकी वैक्सीन को नेपाल ने लगाने तक की मंजूरी नहीं दी है. वहीं नेपाल भारत की कोरोना वैक्सीन का स्वागत के चुका है. बांग्लादेश से भी चीन का विवाद वैक्सीन को लेकर चल रहा है, बांग्लादेश भी भारत से वैक्सीन की मांग कर रहा है.
पाकिस्तान के हाल भी है बेहाल
पाकिस्तान इस वक़्त भयंकर आर्थिक संकट से गुजर रहा है. उसकी महंगाई ने वहां के आम आदमियों की कमर तोड़ रखी है.
चीन ने भी पाकिस्तान को सिर्फ 5 लाख कोरोना वैक्सीन दी है. ऐसे में पाक के हाल देख कर चीन की मदद नहीं करना सभी को थोड़ा खल तो रहा है. कोविशील्ड लगाने को उसने मंजूरी तो दे दी है, लेकिन भारत सरकार की तरफ से उसे वैक्सीन भेजने पर कोई फैसला नहीं लिया गया है.