मनोहर पर्रीकर ने ‘थोथा चना बाजे घना’ से की पाकिस्तान की तुलना, पाकिस्तान के पास नहीं है कोई काम!
गोवा के वर्तमान मुख्यमंत्री और पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने दूरदर्शन से बातचीत के दौरान पाकिस्तान और भारत के रिश्तों के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान खाली डिब्बे जैसा है. उसके पास करने के लिए कुछ नहीं है. तो व्यस्त रहने के लिए पाकिस्तान ऊल जुलूल हरकतें करता रहता है. उन्होंने कहा कि खाली डिब्बे सबसे ज्यादा शोर करते हैं.
पार्रिकर ने कहा पाकिस्तान पर बहुत ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए :
मनोहर पार्रिकर ने उस कहावत को अपने शब्दों में बताया जिसके अनुसार कहा जाता है कि ‘थोथा चना बाजे घना’. उन्होंने पाकिस्तान को बहुत ज्यादा गंभीरता से नहीं लेते हुए यह बातें कहीं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पर बहुत ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए. वह दुनिया का ध्यान खींचने के लिए भी ऐसी हरकतें करता रहता है.
दूरदर्शन से बातचीत के दौरान उन्होंने भारतीय मूल के कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा से जुड़े एक सवाल पर कहा कि पाकिस्तान खतरनाक खेल खेल रहा है, पाकिस्तान चाहे जो करे मगर उसे इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि अगर भारत जवाबी कार्रवाई करेगा तो उसके पास मुकाबला करने के लिए ताकत नहीं है. उन्होंने पाकिस्तान की हैसियत भी बताई.
मनोहर पर्रीकर ने कहा कि पाकिस्तान को कुलभूषण जाधव को शांतिपूर्ण ढंग से भारत भेज देना चाहिए. हम शांतिप्रिय लोग हैं और हम उकसावा नहीं चाहते हैं. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने पहले ईरान से जाधव का अपहरण किया. वह पाकिस्तान में नहीं थे. पाकिस्तानी तालिबान ने जाधव का अपहरण ईरान से किया और इसबात की पुष्टि ईरान ने भी की है. अपहरण के बाद जाधव को पाकिस्तान ले जाया गया.
पर्रीकर ने इस मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बयान को सही बताया, सुषमा स्वराज ने एक बयान में कहा था कि अगर पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को फांसी पर चढ़ाया तो हिंदुस्तान चुप नहीं बैठेगा.
पर्रिकर ने कहा कि पाकिस्तान बस गीदड़ भापकियां देता है. वो हमेशा परमाणु ताकत का इस्तेमाल करने की धमकी देता था लेकिन सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से पाकिस्तान ऐसी गीदड़ भापकियां देना बंद कर चुका है. वो समझ गया है कि हम ब्लैकमेल नहीं होंगे.
उन्होंने कहा कि भारत अब पाकिस्तान और चीन जैसे पड़ोसियों के खिलाफ नरम रणनीति और कठोर शक्तियों के प्रयोग के पक्ष में है और हम ऐसी ही नीति पर चल रहे हैं. ऐसा पहली बार हो रहा है. उन्होंने बताया कि हाल ही में उनके कार्यकाल के दौरान भारत की सैन्य ताकत को और ज्यादा मजबूत करने के लिए कई कदम उठाये गए हैं. पाकिस्तान को पता है कि वह भारत का मुकाबला नहीं कर सकता है.