बदल रही मुख्यमंत्री योगी की छवि, हिन्दुओं के अलावा मुसलमानों के हित में भी ले रहे हैं फैसले!
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और पूर्व सांसद योगी आदित्यनाथ पर हमेशा यह आरोप लगता रहा है कि वह एक कट्टर हिन्दू नेता हैं और मुस्लिमों से नफरत करते हैं। लेकिन जब से योगी ने प्रदेश की कमान मुख्यमंत्री के रूप में संभाली है, तब से अपनी छवि को बदलने में लगे हुए हैं। आपको बता दें कि योगी पहले से ही जब गोरखपुर के मठ में रहते थे, जनता की समस्याओं को सुनने के लिए दरबार लगाया करते थे।
सबका साथ-सबका विकास:
आज भी योगी ऐसा ही करते हैं। बस फर्क इतना सा है कि अब इनके दरबार में मुस्लिम भी आने लगे हैं। जबकि पहले ऐसा नहीं था। केवल यही नहीं योगी ने मुस्लिमों के लिए कई नई योजनाओं को शुरू करने का भी ऐलान किया है। 2014 के लोकसभा चुनाव के समय बीजेपी का कहना था “सबका साथ सबका विकास”। नरेन्द्र मोदी ने केंद्र में यह नियम तो लागू किया ही था, अब योगी ने यूपी में भी यह शुरू कर दिया है।
सबसे ज्यादा महिलाएं होती हैं मुस्लिम:
इस समय योगी कभी मुस्लिम महिलाओं की समस्याओं को सुनते हैं तो कभी दरबार लगाकर गुरूद्वारे में समस्याओं को सुनते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि सीएम आवास के सामने लगने वाले दरबार में सबसे ज्यादा फरियादी मुस्लिम समुदाय की महिलाएं होती हैं। योगी ने अल्पसंख्यक समुदाय की शादी और शिक्षा के लिए कई योजनाओं का पिटारा खोला है।
हर साल करवाएंगे 100 मुस्लिमों की शादी:
यूपी सरकार की यह बड़ी योजना है कि जो गरीब परिवार की लडकियां हैं, उनकी सामूहिक शादी करवाई जाएगी। राज्य सरकार हर साल ऐसी 100 शादियों को करवाने के बारे में सोच रही है। इस शादी में लड़के के परिवार वाले की तरफ से लड़की को मेहर की रकम चुकाएगी। केवल यही नहीं शादी के बाद सरकार दूल्हा-दुल्हन को कुछ जरूरी सामान भी देगी। ऐसे सामूहिक विवाहों के लिए सद्भावना मंडपों को तैयार किया जायेगा।
योगी का ध्यान मुस्लिम समुदाय की शिक्षा पर भी बहुत ज्यादा है। उन्होंने मदरसों के आधुनिकीकरण पर भी ध्यान देने का फैसला लिया है। 19 हजार 213 मदरसों में अब से हिंदी, अंग्रेजी और विज्ञान विषय को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया जायेगा। अब से छात्रों को जो छात्रवृत्ति मिलेगी वह उनके आधार कार्ड से जुड़े बैंक खाते में मिलेगी।