आचार्य चाणक्य कहते हैं – बड़ी किस्मत वाले हैं वे लोग, जिन्हें लाइफ में मिलते हैं ये 5 सुख
आचार्य चाणक्य अपने जमाने के बहुत बड़े विद्वान थे। उन्होंने अपने अनुभवों के आधार पर चाणक्य नीति लिखी थी। इस नीति में उन्होंने डेली के जीवन से जुड़ी कई बातें बताई थी जो आजतक इफेक्टिव लगती है। उन्होंने इस चाणक्य नीति में 5 ऐसे सुखों का भी जिक्र किया था जो सिर्फ किस्मत वालों को ही मिलता है।
पहला सुख: आचार्य चाणक्य के अनुसार भरपेट भोजन करने और उसे अच्छी तरह से पहचाने का सुख हर किसी को नहीं मिलता है। आप ने भी यह बात नोटिस की होगी कि कुछ लोगों के पास बहुत पैसा होता है। वे जितना चाहे, जैसा चाहे खान खरीद या बना सकते हैं। हालांकि इनके पास किसी बीमारी या अन्य कारण के चलते इसे पचाने की शक्ति नहीं होती है। वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों का पाचन तंत्र बड़ा मजबूत होता है लेकिन उन्हें पैसों की कमी या किसी अन्य करण के रोज भरपेट खान नसीब नहीं होता है। इसलिए जिस व्यक्ति को यह दोनों सुख मिलते हैं वह बहुत किस्मत वाला होता है।
दूसरा सुख: यदि आपको समय पर स्वादिष्ट और गरम भोजन प्राप्त हो रहा है तो आप बेहद भाग्यशाली हैं। यकीन मानिए दुनिया में कई ऐसे लोग हैं जिन्हें यह सुख रोज प्राप्त नहीं होता है। आपको जान हैरानी होगी कि इसमें बड़े बड़े अमीर लोग भी शामिल है।
तीसरा सुख: घर में असली वाद विवाद की वजह झगड़ालू बीवी ही होती है। इससे ही इंसान सबसे दुखी रहता है। लेकिन यदि आपकी बीवी प्रेम और स्नेह स्वभाव वाली है तो आप सबसे सुखी इंसान है। ऐसी बीवी सिर्फ नसीब वालों को ही मिलती है।
चौथा सुख: हम कितना भी बोल लें कि जीवन में पैसा सबकुछ नहीं होता है। लेकिन सच्चाई यह है कि पैसों के बिना इंसान सुखी भी नहीं रहता है। वह पैसों के आभाव में कई भौतिक सुखों से वंचित रह जाता है। यहां तक कि कुछ ग्रंथों में भी धनहीन व्यक्ति को मृतक के समान कहा गया है। इसलिए जिस व्यक्ति के पास जीवन में बहुत पैसा होता है वही बहुत सुखी रहता है।
पांचवा सुख: धन दान करने का उत्साह और मन भी हर किसी के पास नहीं होता है। जो व्यक्ति खूब धन धर्म करता है वह भी सुखी और किस्मत वाला होता है। उसे यह बात पता होती है कि उसके धन का सही उपयोग हो रहा है। ऐसे में उसे अपने धन के नष्ट होने या गलत हाथों में जाने का टेंशन नहीं होता है।