इन लोगों को धारण करना चाहिए मोती, अयोग्य लोग पहन लें तो ज़िंदगी बन जाती है नरक
जीवन की सभी समस्याओं को ज्योतिष शास्त्र में बताए गए उपायों के अनुसार दूर किया जा सकता है। मसलन यदि किसी की जन्म कुंडली में ग्रहों की स्थिति अनुकूल नहीं है तो उस ग्रह से संबंधित रत्न को पहन समस्या का समाधान किया जा सकता है। हर ग्रह का अपना एक रत्न होता है। जैसे चंद्रमा का रत्न मोती होता है। इसे धारण कर चंद्र ग्रह से जुड़े दोष दूर किए जा सकते हैं। अब सवाल यह उठता है कि किन लोगों को मोती पहनना चाहिए और किन्हे नहीं।
ये लोग न पहने मोती:
ज्योतिष शास्त्र की माने तो अत्यधिक भावुक लोगों को मोती धारण नहीं करना चाहिए। खासकर वे लोग जिन्हें हर बात पर अधिक गुस्सा आता है उन्हें तो मोती कभी नहीं पहनना चाहिए। यह पहनने के बाद उनका गुस्सा और बढ़ सकता है। वहीं जिन लोगों की जन्म कुंडली में चंद्र 12वें या 10वें घर में हो उन्हें भी मोती पहनने से बचना चाहिए। ऐसा करना आपके लिए हानिकारक हो सकता है।
वृष, मिथुन, कन्या, मकर और कुम्भ लग्न वाले भी मोती पहनने से हर हाल में बचे। इसे धारण करने के बाद आपको लाभ की जगह नुकसान हो जाएगा। इसके अलावा शुक्र, बुध, शनि राशि वालों को भी मोती धारण करने से बचना चाहिए। एक बात का विशेष रूप से ध्यान रखें कि हीरा, पन्ना, नीलम और गोमेद के साथ भूलकर भी मोती न पहने। इनका कॉम्बिनेशन बेहद नुकसानदायक होता है।
इन लोगों को पहनना चाहिए मोती:
जिन जातकों की कुंडली में चंद्रमा क्षीण मतलब अशुभ स्थिति में होता है उन्हें मोती जरूर पहनना चाहिए। इससे चंद्र से जुड़े दोष खत्म हो जाते हैं। वहीं अशांत मन के लोगों को भी मोती धारण करना चाहिए। इससे उनका मन स्थिर रहेगा। मोती के साथ पीला पुखराज और मूंगा धारण किया जा सकता है। इनका कॉम्बिनेशन बेहद शुभ माना जाता है। मोती को आप अंगूठी में जड़वाकर या माला के रूप में धारण कर सकते हैं।
एक बात का विशेष ध्यान दें कि यदि आपकी कुंडली में चंद्र अशुभ प्रभाव दे रहा है तो मोती या इससे बनी कोई भी वस्तु न तो किसी को दें और न ही किसी से लें। ये आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। इसके अलावा अपनी बॉडी में जल तत्व और कफ की प्रकृति को समझने के बाद ही मोती धारण करें वरना ने लाभ की जगह हानि पहुंचा देगा। मोती को चांदी या किसी अन्य धातु के साथ मिलाकर पहनने से बचे।