‘मेरी बेटी होमवर्क नहीं मस्ती कर रही है’ मां ने की टीचर से शिकायत, बेटी ने लगा लिया मौत को गले
‘आत्महत्या’ एक बहुत बड़ा कदम होता है। हालांकि आजकल कई बच्चे नादानी में मौत को गले लगा लेते हैं। अब गुजरात के सूरत में रहने वाली खुशी पटेल को ही ले लीजिए। खुशी ने अपनी माँ की डांट से नाराज होकर खुदखुशी कर ली। माँ की गलती बस इतनी थी कि उनसे अपने बेटी को मस्ती करने की बजाए होमवर्क पूरा करने का कहा था। जब खुशी ने माँ की बात नहीं मानी तो उन्होंने बेटी की टीचर से शिकायत कर दी। जब खुशी को यह बात पता चली तो उसने अपनी जहरीली दावा पीकर अपनी ज़िंदगी समाप्त कर ली।
यह दुखद मामला सूरत शहर के डिंडोली इलाके का है। यहां खुशी नाम की लड़की अपने माता पिता की इकलौती बेटी थी। वह क्लास 10 में पढ़ती थी। मकर संक्रांति के दिन वह अपनी सहेलियों के साथ पतंगबाजी कर रही थी। उसकी इस मस्ती ठिठोली से माँ परेशान हो गई। उसने बेटी को स्कूल का होमवर्क पूरा करने को कहा। खुशी ने माँ ऐसा करने से मना कर दिया। इसके बाद माँ ने गुस्से में खुशी की स्कूल टीचर को कॉल कर बोला कि ‘खुशी कोई पढ़ाई लिखाई नहीं कर रही है, बस मस्ती कर रही है।’
बाद में जब खुशी को पता चला कि उसकी माँ ने स्कूल टीचर से शिकायत कर दी तो वह दुखी होकर अपने कमरे में चली गई। कमरे में बहुत देर तक कोई हलचल नहीं हुई तो माँ ने अंदर जाकर देखा। खुशी पलंग पर बेसुध हालत में मिली। उसने जाहिरिली दवाई खा कर खुदखुशी कर ली थी। आनन फानन में परिजन खुशी को अस्पताल ले गए जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
अपनी इकलौती संतान को खोने के बाद माता पिता का रो रो कर बुरा हाल है। खुशी की माँ घर घर जाकर काम करती है जबकि पिता जेरॉक्स की दुकान चलाते हैं। खुशी की मौत के बाद पूरे परिवार में दुख का महोल है। किसी को क्या पता था कि अपनी माँ की एक छोटी सी बात का बुरा माँ खुशी इतना बड़ा कदम उठाया लेगी।
आजकल इस तरह के मामले बहुत ज्यादा बढ़ रहे हैं। बच्चे माँ बाप की छोटी छोरी बातों का बुरा माँ मौत को गले लगा रहे है। ऐसे में हमे अपने बच्चों को सही शिक्षा देनी चाहिए। उसे बताना चाहिए कि ज़िंदगी कितनी कीमती होती है। उसे इस तरह छोटी छोटी बातों पर बर्बाद नहीं किया करते हैं। वैसे इस पूरे मामले पर आपकी क्या राय है हमे कमेंट कर जरूर बताएं।