200 साल बाद मकर संक्रांति पर बन रहा है दुर्लभ संयोग, इन 4 राशियों के लोगों का बदल जाएगा भाग्य
मकर संक्रांति का पर्व आज पूरे भारत में मनाया जा रहा है। इस पर्व के दौरान लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और खाने की चीजें का दान करते हैं। हर वर्ष जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तब ये पर्व मनाया जाता है। इस साल मकर राशि में सूर्य के साथ चंद्रमा, बुध, गुरु और शनि भी मौजूद होंगे। इन पांच ग्रहों का ये योग 200 साल बाद बन रहा है। इतना ही नहीं आज पांच राजयोग भी बन रहे हैं और इन राजयोग में सूर्य का उत्तरायण होना शुभ होगा। मकर संक्रांति पर मंगल, शनि, बृहस्पति और चंद्रमा से रुचक, शश, गजकेसरी, दान और पर्वत नाम के राजयोग बन रहे हैं।
मकर संक्रांति के दिन तीर्थ स्नान, पूजा और दान करने का काफी महत्व है। माना जाता है कि ऐसा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। इसलिए आप इस पर्व के दौरान ये कार्य जरूर करें। 14 जनवरी को सुबह 8:29 से शाम को सूर्यास्त तक पुण्यकाल रहेगा, इस दौरान आप दान का कार्य कर सकते हैं।
हर साल में कुल 12 संक्रांति आती हैं
हर साल में कुल 12 संक्रांतियां आती हैं। लेकिन इनमें से केवल 2 ही संक्रांति खास होती हैं। 14 जनवरी को जब सूर्य मकर राशि में आता है, तब मकर संक्रांति होती है। जिसे धूमधाम से मनाया जाता है। इसके बाद जब सूर्य कर्क राशि में जाता है तो कर्क संक्रांति होती है। इस समय सूर्य दक्षिणायन होता है यानी दक्षिणी गोलार्द्ध की ओर बढ़ने लगता है। इन दो संक्रांति को महत्वपूर्ण माना गया है। इनके अलावा हर महीने जब सूर्य राशि बदलता है। तो उस राशि के नाम के मुताबिक संक्रांति आती है। जैसे कि मेष, वृष मिथुन संक्रांति। इस तरह साल में 12 संक्रांति होती है।
मान्यता है कि मकर संक्रांति वाले दिन सूर्य देव शनि की राशि मकर में आते हैं। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इस दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि के घर जाते हैं, इसलिए मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव के साथ-साथ शनि देव की पूजा भी की जाती है। इन दोनों की पूजा करने से ग्रह शांत रहते हैं और आपके अनुकूल बने रहते हैं।
इस तरह से करें सूर्य व शनि देव की पूजा –
- मकर संक्रांति की सुबह आप पवित्र नदियों में स्नान करें, उसके बाद सूर्य देव का पूजन करें। फिर सूर्य देव को अर्घ्य दें।
- सूर्य देव को अर्घ्य देने के लिए एक ताबें के लौटे में जल, लाल रंग का फूल, चावल डाल दें। फिर ये जल सूर्य देव को अर्पित करें। ये जल अर्पित करते समय सूर्य देव के मंत्रों का जाप भी करें।
- इसके बाद गरीब लोगों को दाल, चावल, तिल, सरसों का दान करें।
- शाम के समय मंदिर जाकर शनिदेव की पूजा करें और शनिदेव के सामने एक सरसों के तेल का दीपक जला दें।
12 राशियों पर पड़ेगा ये असर –
सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने से 12 राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। कुछ राशियों के ये शुभ साबित होगा, तो कुछ राशि के लोगों के जीवन में परेशानी पैदा होगी। ये प्रभाव 13 फरवरी तक रहेगा।
13 फरवरी तक इन 4 राशियों के लिए रहेगा शुभ समय –
वृष राशि: इस राशि के जातकों की किस्मत चमक जाएगी और एक महीने तक इन्हें खूब लाभ होगा।
कर्क राशि : नौकरी के अवसर पैदा होंगे। पुराने सारे काम बन जाएंगे। जीवन की परेशानियों से निजात मिलेगी।
सिंह राशि : दुश्मनों को हार का सामना करना पड़ेगा। साथियों से खूब मदद मिलेगी।
वृश्चिक राशि : कई मामलों में सफलता मिलेगी। भाई व बहन के साथ प्यार बढ़ेगा और ये आपकी मदद करेंगे।
4 राशियों पर रहेगा मिला-जुला असर
मेष राशि : इस राशि के लोगों पर मिला जुला असर देखने को मिलेगा। कुछ कामों में सफलता मिलेगी। लेकिन मेहनत और तनाव बढ़ सकता है।
कन्या राशि : अगर कुछ शुरू करना चाहते हैं तो ये उत्तम समय है। संतान को लेकर चिंता बढ़ेगी।
धनु राशि : धुन राशि के लोगों को धन लाभ मिलेगा। हालांकि खर्चा भी बढ़ सकता है। सोच समझ कर पैस खर्चे करें।
मीन राशि : नौकरी में फायदा मिलेगा। जीवनसाथ के कारण तनाव होगा।
इन 4 राशियों को रहना होगा संभलकर
मिथुन राशि : धन हानि के योग बन रहे हैं। नौकरी और बिजनेस में नुकसान होगा।
तुला राशि : मां की सेहत खराब हो सकती है। नौकरी और बिजनेस में परेशानियां का सामना करना पड़ सकता है।
मकर राशि : लाइफ में तनाव बढ़ सकता है। सेहत के मामलों में लापरवाही न करें। जीवन साथी से लड़ाई हो सकती है।
कुंभ राशि : धन हानि होगी। सेहत सही नहीं रहेगी, नौकरी व व्यापार में परेशानी पैदा होंगी।