एक दौर में सुपर स्टार हुआ करती थी ये अभिनेत्री, अब झुग्गी-झोपड़ी में जाकर योगा सिखाने को है मजबूर
बॉलीवुड अभिनेत्री अनु अग्रवाल ने मजह 21 साल की आयु में ही खूब नाम कमा लिया था। इतनी कम उम्र में अनु अग्रवाल को उनके करियर की प्रथम फिल्म मिली थी और इस फिल्म ने अनु को सुपर स्टार बना दिया था। इस फिल्म का नाम ‘आशिकी’ था। ‘आशिकी’ फिल्म ने इनको रातोंरात पहचान दिलाई और ये खूब फेमस हो गई। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। हिट फिल्म देने के बाद भी इनका करियर कुछ ही सालों में पूरी तरह से खत्म हो गया। वहीं अब अनु अग्रवाल झुग्गी-झोपड़ी में जाकर गरीब बच्चों को फ्री में योगा सिखाती हैं।
52 साल की अनु अग्रवाल का जन्म 11 जनवरी, 1969 को नई दिल्ली में हुआ था। इन्होंने यहां से ही अपनी पढ़ाई की थी। दिल्ली यूनिवर्सिटी से समाजशास्त्र की पढ़ाई करने के दौरान ही इन्हें ‘आशिकी’ फिल्म ऑफर की गई थी। महेश भट्ट की इस फिल्म के लिए इन्होंने हां कर दी थी और दिल्ली से मुंबई आ गई थी। इनकी ये फिल्म 1990 में आई थी और इस फिल्म के गाने बेहद हिट हुए थे। गानों की वजह से आज भी लोगों को ये फिल्म अच्छे से याद है।
21 साल की उम्र में ब्रेक मिलना काफी किस्मत की बात है। वहीं ‘आशिकी’ फिल्म के हिट होने के बाद इन्हें कई सारी फिल्में एक के बाद एक ऑफर हुई। इन्होंने ‘गजब तमाशा’, ‘खलनायिका’, ‘किंग अंकल’, ‘कन्यादान’, ‘बीपीएल ओए’ और ‘रिटर्न टू ज्वेल थीफ’ जैसी फिल्में की। लेकिन ये फिल्में कुछ ज्यादा कमल नहीं कर सकी और इनका करियर खत्म होने लगा। ऐसे में इन्होंने तमिल फिल्मों में काम शुरू कर दिया। तमिल फिल्म ‘थिरुदा-थिरुदा’ और शॉर्ट फिल्म ‘द क्लाउड डोर’ में ये मुख्य भूमिका में नजर आई। लेकिन ये फिल्म फ्लॉप रही। फिल्मों में काम करने के साथ ही ये कुछ दिन तक एमटीवी वीजे भी रही हैं।
शुरू हुए बुरे दिन
1996 के बाद अनु को फिल्में मिलना बंद हो गया और ये अचानक से फिल्मी दुनिया से गायब हो गई। अनु अग्रवाल ने अपना करियर भी बदल लिया और ये योगा और आध्यात्म के रास्ते पर चलने लगी। वहीं तीन साल बाद ये एक हादसे का शिकार हो गई और साल 1999 में हुए रोड एक्सीडेंट ने अनु की जिंदगी पूरी तरह से बदल दी। इस हादसे से ये कोमा में चले गई और 29 दिनों तक ये कोमा में ही रही। जिसके कारण इनकी याददाश्त चले गई थी और ये पैरालाइज्ड भी हो गई थीं।
कहा जाता है लगभग 29 दिनों तक कोमा में रहने के बाद जब अनु होश में आईं, तो वह खुद को पूरी तरह से भूल चुकी थीं। याददाश्त जाने के बाद अनु का लगभग 3 साल तक ट्रीटमेंट चला और इस ट्रीटमेंट के बाद ही इनकी याददाश्त वापस आई। याददाश्त वापस आने के बाद अनु ने एक नए जीवन की शुरूआत की। वहीं अब ये योगा सिखाने का काम करती हैं।
अनु ने अपने जीवन के इन पहलूओं का जिक्र अपनी आत्मकथा ‘अनयूजवल: मेमोइर ऑफ ए गर्ल हू केम बैक फ्रॉम डेड’ में किया है। वहीं आज इस अभिनेत्री का जन्म दिन है और हम इन्हें जन्मदिन की शुभकमानएं देते हैं और उम्मीद करके हैं शायद ये फिर से फिल्मों में काम करना शुरू कर दें।