धमकी मामले में मुलायम सिंह पर कसेगा शिकंजा, जांच के लिए आवाज के सैंपल लेगी पुलिस!
उत्तर प्रदेश में बीजेपी की योगी सरकार बनने का बाद अब पुरानी सरकारों और नेताओं की मनमानी की फाइलें खुलने लगी हैं. परिवर्तन लाने के क्रम में योगी सरकार के निशाने पर अब सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव हैं. अब योगी सरकार मुलायम सिंह यादव की आवाज के नमूने लेगी.
आईपीएस अमिताभ ठाकुर को धमकी :
दरअसल मामला आईपीएस अमिताभ ठाकुर को धमकी भरे फोन कॉल का है. योगी सरकार अब इस मामले की जांच के लिए अमिताभ ठाकुर और मुलायम सिंह यादव दोनों की जांच का नमूना लेगी. मामले के जांच अधिकारी दिनेश सिंह ने मंगलवार को सीजेएम लखनऊ को जानकारी दी और अपनी रिपोर्ट पेश की उन्होंने अपनी रिपोर्ट में मुलायम सिंह की आवाज का नमूना लेने की बात कही है.
गौरतलब है कि सपा सरकार के दौरान साल 2015 में एक ऑडियो फाइल वायरल हुई थी जिसमें कथित रूप से मुलायम सिंह यादव आईपीएस अमिताभ ठाकुर को धमकी दे रहे थे. इस मामले में अमिताभ ठाकुर ने मुलायम सिंह यादव के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में मामला दर्ज कराया था. इस मामले में हजरतगंज पुलिस ने आनन फानन में विवेचना करके अक्टूबर 2015 तक अपनी अंतिम रिपोर्ट लगा दी थी.
सीजेएम लखनऊ ने 20 अगस्त 2016 को जांच अधिकारी को दोनों पक्षों के आवाज के नमूने लेने और लैबोरेटरी में जांच कराये जाने का आदेश दिया था. लेकिन अभी तक इस मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की इस दौरान सूबे में मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे. मगर अब प्रदेश में योगी की सरकार आ चुकी है और सपा सत्ता से बाहर है ऐसे में एक बार फिर मुलायम सिंह यादव पर शिकंजा कस सकता है.
मामले में सफाई देते हुए जांच अधिकारी सीओ दिनेश सिंह ने बताया कि इस मामले की जांच में इसलिए देरी हुई क्योंकि सूबे में चुनाव चल रहे थे और वो और उनका पुलिस विभाग चुनाव की तैयारियों में व्यस्त था. साथ ही कई अन्य मामलों की जांच के चलते इस मामले की जांच में भी देरी हुई.