एक शर्त जीतने पर जावेद अख़्तर ने कर ली थी 17 साल की लड़की से शादी, सलीम खान ने की थी मदद
अभिनेता, गायक, लेखक और निर्देशक फरहान अख़्तर फिल्म इंडस्ट्री का एक जाना-माना नाम है. शुरू से ही वे फिल्मी दुनिया की ओर प्रभावित थे, इसका एक कारण उनके पिता भी है जो कि अपने समय के मशहूर स्क्रिप्ट राइटर रह चुके हैं. जावेद अख़्तर ने कुल दो शादियां की है. पहली शादी उन्होंने हनी ईरानी से की थी, जो कि फरहान की मां है. वहीं दूसरी शादी जावेद ने दिग्गज़ अभिनेत्री शबाना आजमी से की थी.
जावेद अख़्तर ने कई शानदार गाने और कई हिट फिल्मों की कहानी लिखी है. वे पेशेवर ज़िंदगी के साथ ही अपनी निजी ज़िंदगी को लेकर भी सुर्ख़ियों में रहे हैं. एक्ट्रेस शबाना आजमी के साथ उनके रिश्ते और फिर शादी ने ख़ूब सुर्खियां बटोरी थी. आइए आज आपको जावेद की हनी और फिर शबाना से शादी के बारे में बताते हैं…
जावेद अख़्तर और हनी ईरानी की मुलाक़ात रमेश सिप्पी की फिल्म सीता और गीता (1972) के सेट के दौरान हुई थी. सीता और गीता के लेखक सलीम खान और जावेद अख़्तर थे. दोनों कलाकार एक-दूसरे के सेंस ऑफ ह्यूमर से काफी प्रभावित थे. जब फिल्म की शूटिंग पूरी हो गई थी तो एक दिन सब लोग पत्ते खेल रहे थे. जावेद हारने की कगार पर थे, ऐसे में हनी ने उनसे कहा कि ‘लाओ तुम्हारे पत्ते मैं निकालती हूं.’ जावेद बोले कि ‘अगर पत्ते अच्छे निकले तो मैं तुमसे शादी कर लूंगा.’ आगे हुआ भी कुछ ऐसा ही. पत्ते सही निकल गए. अख्तर ने कहा कि, ‘चलो शादी कर लेते हैं.’ इस पर हनी मुस्कुराने लग गई.
जावेद ने सलीम की मदद से हनी से शादी के लिए प्रस्ताव उनकी मां के पास पहुंचाया था. हनी की मां से सलीम ने कहा कि, जावेद आपकी बेटी से शादी करना चाहते हैं लेकिन उसके पास घर नहीं है. सलीम खान ने आगे कहा कि, जावेद कार्ड्स खेलते हैं और ड्रिंक भी करते हैं. हालांकि इसके बावजूद हनी की मां ने इस रिश्ते को मंजूरी दे दी.
साल 1972 में जावेद और हनी ने शादी कर ली. हनी महज 17 साल की थी. वहीं जावेद इंडस्ट्री में नए थे और ये उनके स्ट्रगल के दिन थे. आगे जाकर एक्ट्रेस शबाना आजमी के वे बेहद करीब आ गए और फिर हनी-जावेद के बेच अनबन होने लगी.
दोनों 12 साल के बाद अलग हो गए. साल 1984 में हनी और जावेद ने तलाक ले लिया.
जावेद अक्सर अपनी कविताएं मशहूर शायर कैफी आजमी को सुनाने के लिए उनके घर जाया करते थे. इस दौरान उनकी मुलाकात शबाना से हुई. बाद में दोनों के बीच प्यार पनपा और फिर साल 1984 में शबाना आजमी जावेद अख़्तर की दूसरी पत्नी बन गई.