9 जनवरी : सफला एकादशी के दिन विधि विधान से करेंगे पूजा, तो मिलेंगे महावरदान
हिंदू धर्म में व्रत और त्योहार का महत्वपूर्ण स्थान है। इस धर्म में हर व्रत को पूरी श्रद्धा के साथ लोग रखते हैं। माना जाताा है कि व्रत को विधि विधान से रखते हैं, तो भगवान की कृपा बरसती है। यही वजह है कि हर कोई व्रत को पूरे विधान से रखना चाहता है।
हिंदू धर्म में एकादशी के दिन व्रत रखने का रिवाज है। इसी कड़ी में सफला एकादशी का इंतजार भी लोगों को रहता है। सफला का व्रत पौष कृष्ण एकादशी को रखा जाता है। इस व्रत को रखने के लिए पीछे अलग वजह है। तो चलिए जानते हैं कि इस बार सफला एकादशी कब है?
माना जाता है कि इस उपवास को रखने से आयु और स्वास्थ्य की रक्षा होती है। इसके अलावा, यदि कोई व्यक्ति इस व्रत को पूरी श्रद्धा के साथ रखता है, तो वह उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इतना ही नहीं, श्री हरि की कृपा से उसे कष्ट नहीं झेलने पड़ते है।
इस साल सफला एकादशी 09 जनवरी को आ रही है। यह साल की पहली सफला एकादशी है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, विधि विधान से सफला एकादशी का व्रत करने से व्रती की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और उस पर ईश्वर की कृपा हमेशा बनी रहती है।
सफला एकादशी का शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारम्भ – 08 जनवरी 2021 की रात 9 बजकर 40 मिनट पर
एकादशी तिथि समाप्त – 09 जनवरी 2021 की शाम 7 बजकर 17 मिनट पर
कैसे करें सफला एकादशी के दिन श्री हरि की पूजा?
सफला एकादशी के दिन श्री हरि की पूजा विधि विधान से करनी चाहिए, जिससे आपको मनचाही सफलता मिलती है। इस दिन सुबह या शाम को श्री हरि की पूजा करनी चाहिए। उनके मस्तक पर सफेद चंदन लगानी चाहिए।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन श्री हरि को केला चढ़ाना बिल्कुल न भूलें। पंचामृत, पुष्प और फल से हरि की पूजा करनी चाहिए। शाम को दीपक जलानी चाहिए। पूजा के बाद वस्त्र दान करना चाहिए, इससे श्री हरि की कृपा जल्दी मिलती है।
सफला एकादशी के दिन आप अपनी मनोकामना के अनुसार भी श्री हरि की पूजा कर सकते हैं, जिसके लिए अलग तरीके से पूजा करनी चाहिए। धार्मिक मान्यता के अनुसार, यदि आप अपनी मनोकामना के अनुसाार पूजा करेंगे, तो आपको सफलता ज़रूर मिलेगी और भगवान की कृपा भी मिलेगी।
उत्तम स्वास्थ्य
यदि आपकी सेहत खराब रहती है, तो इस दिन श्री हरि से उत्तम स्वास्थ्य की कामना कर सकते है। इसके लिए आप श्री हरि को मौसम के फल (ऋतु फल) अर्पित करें। साथ ही 108 बार “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” का जाप भी करें। फल को प्रसाद के रूप में खाए। यदि कोई बीमार व्यक्ति घर में हो तो उसे भी खिलाएं।
आर्थिक मजबूती के लिए
आर्थिक मजबूती के लिए श्री हरि की पूजा मां लक्ष्मी के साथ करें। इस दौरान मां लक्ष्मी को सौंफ और श्री हरि को मिसरी अर्पित करें। पूजा के दौरान “ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीवासुदेवाय नमः” का 108 बार जाप करें। सौंफ और मिसरी का प्रसाद रोज ग्रहण करें। यदि संभव हो तो रोजाना सुबह ही प्रसाद को ग्रहण करें।
संतान प्राप्ति के लिए
संतान प्राप्ति के लिए श्री हरि को पंचामृत चांदी के पात्र में अर्पित करें। इसके बाद108 बार “ॐ नमो नारायणाय” का जाप करें। और फिर पंचामृत को प्रसाद के रूप में ग्रहण करें। इसके अलावा हर गुरूवार को भी हरि की पूजा करें। ऐसा करने से आपकी यह मनोकामना ज़रूर पूरी हो जाएगी।
अपनी सुरक्षा के लिए
यदि आप असुरक्षा की भावना को महसूस करते हैं, तो रेशम का एक पीला धागा श्री हरि को अर्पित करें और उनसे मन ही मन प्रार्थना करें। इस धागे को हाथ में लेकर “रां रामाय नमः” का 108 बार जाप करें। पूजा की समाप्ति के बाद धागे को अपने हाथ में बांध लें।