पाकिस्तान की नापाक हरकत पर अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने जताया कड़ा ऐतराज!
पाकिस्तान आये दिन कोई ना कोई ऐसी हरकत कर देता है, जिससे वह वैश्विक स्तर पर सबकी नजर में आ जाता है। केवल यही नहीं इसके बाद उसकी जमकर आलोचना भी होती है, लेकिन पाकिस्तान को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है। अभी हाल ही में पाकिस्तान ने भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाई, इसपर अन्तर्राष्ट्रीय संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने इस फांसी को बिल्कुल नाजायज बताया है और कहा है कि पाकिस्तान आर्मी कोर्ट ने एक बार फिर अपनी औकात दिखाते हुए यह बता दिया है कि वह किस तरह से मानवाधिकार की धज्जियां उड़ाते हैं। एमनेस्टी इंटरनेशनल यहीं चुप रहने वाली नहीं थी, उसने पाकिस्तानी आर्मी कोर्ट के फैसले की क्षमता पर भी सवाल उठाया है।
आर्मी कोर्ट पर साधा जमकर निशाना:
एमनेस्टी इंटरनेशनल के दक्षिण एशिया के निदेशक विराज पटनायक ने पाकिस्तान को लपेटे में लेते हुए कहा कि पाकिस्तानी आर्मी कोर्ट द्वारा कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा देना यह दिखता है कि पाकिस्तान में मानवाधिकारों का कोई मूल्य नहीं है। पाकिस्तान ने इस हरकत से मानवाधिकार की जमकर धज्जियां उड़ाई है।
इससे उड़ता है पाकिस्तान का मज़ाक:
उन्होंने अपने बयान में कहा कि बचावकर्ताओं को उनके अधिकारों से वंचित रखकर एवं गुप्त तरीके से काम करके किसी भी देश की सैन्य अदालतें न्याय नहीं करती हैं, बल्कि इससे उनका मजाक ही उड़ता है। पाकिस्तान की काफी गलत व्यवस्था है। वहां अन्य मामलों में भी सैन्य कोर्ट फैसले सुनाती है, जबकि उन्हें केवल सैन्य अनुशासन के मुद्दों से निपटना चाहिए। जबकि ऐसा नहीं है, वहां सेना अन्य मामलों में भी अपनी टांग अड़ाती है।
विफलताओं को छुपाने के लिए की ऐसी हरकत:
पाकिस्तान की इस कायराना हरकत की महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने भी कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि पाकिस्तान यह करके अपने सरकार की विफलताओं से वहां की जनता का ध्यान हटाना चाहती थी।