जब 29 की उम्र में हो गई थी इंडियन आइडल के विनर की मौत, नेहा कक्कड़ को पछाड़कर जीती थी ट्रॉफी
मशहूर गायिका नेहा कक्कड़, हिमेश रेशमिया, विशाल ददलानी इन दिनों पॉपुलर टीवी शो इंडियन आइडल को लेकर सुर्ख़ियों में बने हुए हैं. बता दें कि, तीनों ही कलाकार इस शो के जज हैं और इसका 12वां सीजन इन दिनों ख़ूब सुर्खियां बटोर रहा है. शो को दिग्गज़ गायक उदित नारायण के बेटे आदित्य नारायण होस्ट कर रहे हैं.
इंडियन आइडल संगीत की दुनिया के सबसे प्रसिद्ध शो में से एक हैं. इस शो ने अब तक देश को कई नगीने दिए हैं. ऐसा ही एक नगीना था संदीप आचार्य. राजस्थान के बीकानेर के संदीप आचार्य ने इंडियन आइडल के दूसरे सीजन का ख़िताब जीता था और ख़ास बात यह है कि, इस सीजन में नेहा कक्कड़ भी थी और संदीप ने नेहा को भी पछाड़ दिया था.
संदीप आचार्य ने अपनी आवाज से सभी लोगों को अपना दीवाना बना लिया था. महज 22 साल की उम्र में उन्होंने इंडियन आइडल का ख़िताब अपनी नाम कर लिया था. लेकिन संदीप बहुत जल्द ही दुनिया छोड़कर चले गए थे. इंडियन आइडल का ख़िताब जीतने के कुछ सालों बाद संदीप ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था.
संदीप आचार्य ने इंडियन आइडल में अपनी आवाज का जादू बिखेर दिया था, वहीं उन्होंने दूसरे सीजन का ख़िताब अपने नाम कर तहलका मचा दिया था. सभी कंटेस्टेंट में उस समय संदीप आचार्य को काफी पसंद किया जाता था और बाकी प्रतियोगियों में भी संदीप आचार्य को लेकर डर बना रहता था.
इस बात से हर कोई वाकिफ़ है कि, नेहा कक्कड़ आज फिल्म इंडस्ट्री की सबसे प्रसिद्ध, डिमांडिंग, महंगी और सफलतम गायिका हैं और इस बात से भी बहुत से लोग परिचित है कि, नेहा ने भी इंडियन आइडल के दूसरे सीजन में प्रतियोगी के रूप में एंट्री ली थी. लेकिन आपको इस बात से झटका लग सकता है कि, वे तीसरे ही राउंड में बाहर हो गई थीं. आखिरकार सभी को पछाड़ते हुए संदीप इंडियन आइडल के दूसरे सीजन के विजेता बनने में कामयाब रहे थे.
संदीप आचार्य ने इंडियन आइडल के दूसरे सीजन का ख़िताब जीतते ही पूरे देश में अपने नाम का परचम लहरा दिया था. इंडियन आइडल की चमचमाती ट्रॉफी के साथ ही संदीप आचार्य को एक खूबसूरत कार, सोनी बीएमजी के साथ एक करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट और एक म्यूजिक एल्बम का कॉन्ट्रैक्ट भी मिला था.
इंडियन आइडल विजेता बनने के बाद संदीप का भविष्य काफी चमकता हुआ और बेहद सफल दिखाई पड़ रहा था. लेकिन 29 वर्ष की छोटी उम्र में ही संदीप की मौत हो गई थी. संदीप जॉन्डिस (पीलिया) का शिकार हो गए थे. गुरुग्राम के एक अस्पताल में करीब 15 दिनों तक उनका उपचारा भी चला, हालांकि संदीप आचार्य को बचाया नहीं जा सका. उन्होंने 15 दिसंबर 2013 को अंतिम सांस ली.