हिंसा के मद्देनजर जम्मू कश्मीर में उपचुनाव टले, 25 मई को होगा अनंतनाग का उपचुनाव!
जम्मू कश्मीर में जमीनी स्थितियां सामान्य नहीं हैं. बुरहान वानी की मौत के बाद से पत्थरबाजी और प्रदर्शन लगातार जारी है हालांकि नोटबंदी के दौरान वहां स्थितियां सामान्य हो गयी थीं लेकिन नोटबंदी का असर खत्म होने के साथ साथ पत्थरबाजी फिर शुरू हो गई. हाल ही में जम्मू कश्मीर में श्रीनगर संसदीय क्षेत्र के उपचुनावों के दौरान हिंसा देखने को मिली.
श्रीनगर के उपचुनावों में बड़ी हिंसा :
9 अप्रैल को श्रीनगर के उपचुनावों में बड़ी हिंसा देखने को मिली. अलगाववादियों ने चुनाव में भाग नहीं लेने की अपील की थी ऐसे में चुनाव में मतदान करने आये लोगों को निशाना बनाया गया और बहुत कम मतदान हुआ. यह भारत का अबतक का सबसे कम मतदान प्रतिशत वाला चुनाव था.
इसके अलावा 12 मई को जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में होने वाले मतदान को भी स्थगित कर दिया गया है. अब ये उपचुनाव 25 मई को होने हैं. चुनाव आयोग ने नोटिस जारी कर बताया कि 12 अप्रैल को होने वाले अनंतनाग के उपचुनावों को स्थगित कर दिया गया है. आयोग ने कहा कि अनंतनाग संसदीय क्षेत्र में कानून व्यवस्था के हालात में सुधार की जरूरत है, आयोग उम्मीद करता है कि यहां स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए माहौल तैयार हो जायेगा.
अनंतनाग में चुनाव कराने के लिए स्थितियां अनुकूल नहीं :
सोमवार को आयोग को इस सम्बन्ध में जम्मू कश्मीर सरकार ने एक रिपोर्ट सौंपी जिसमें कहा गया है कि अनंतनाग में चुनाव कराने के लिए स्थितियां अनुकूल नहीं हैं. जम्मू कश्मीर सरकार ने चुनाव आयोग से मतदान स्थगित करने की अपील की थी. गौरतलब है कि अनंतनाग संसदीय सीट से जम्मू कश्मीर कि वर्तमान मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती संसद सदस्य थीं लेकिन जुलाई 2016 को उनके मुख्यमंत्री का पदभार संभालने से यह सीट खाली हो गई. अब इस सीट पर पीडीपी की तरफ से उनके भाई तसादुक मुफ्ती चुनाव लड़ रहे हैं.
इस सीट पर 12 अप्रैल को चुनाव होना था जो अब 25 मई को होगा. इससे पहले रविवार को श्रीनगर संसदीय सीट पर उपचुनाव के दौरान हुई हिंसा में 8 नागरिकों की मौत हो गई और बड़ी संख्या में स्थानीय और सुरक्षा बलों के जवान घायल हुए. स्थानीय लोगों ने 100 से अधिक मतदान केन्द्रों पर उपद्रव किया और हिंसा की घटनाओं को अंजाम दिया.